वो 3 खिलाड़ी जो अपने वनडे करियर में नहीं लगा पाए एक भी छक्का
जब से वनडे क्रिकेट शुरू हुआ है तब से अब तक खिलाड़ियों ने कई ऐसे रिकॉर्ड बनाए हैं जिन्हें तोड़ना काफी मुश्किल रहा है। लेकिन इस दौरान कई ऐसे रिकॉर्ड भी हैं जिन्हें कोई भी बल्लेबाज़ अपने नाम नहीं करना चाहेगा। इस दुनिया में गिने चुने ऐसे क्रिकेटर्स भी हैं जो अपने पूरे वनडे करियर के दौरान एक भी छक्का नहीं लगा पाए हैं, तो आइए आज आपको उन तीन खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे, जो अपने वनडे करियर में कभी भी छक्का नहीं लगा पाए।
मनोज प्रभाकर
मनोज प्रभाकर भारत के लोकप्रिय ऑलराउंडरों में से एक हैं और उन्होंने टेस्ट और वनडे दोनों प्रारूपों में देश के लिए बल्ले और गेंद से कमाल किया। एक ऑलराउंडर होने के कारण भारतीय टीम में उनकी बड़ी भूमिका थी। प्रभाकर ने 130 वनडे मैचों में 24.1 की औसत से 1858 रन बनाए और इस दौरान उनके बल्ले से दो शतक और 11 अर्धशतक भी निकले। उन्होंने 50 ओवर के प्रारूप में 157 चौके लगाए और उनका स्ट्राइक रेट भी 60.3 था, लेकिन उन्होंने अपने वनडे करियर में कभी भी छक्का नहीं लगाया।
थिलन समरवीरा
थिलन समरवीरा का श्रीलंका के लिए एक शानदार टेस्ट करियर था और उन्होंने कई मैच जिताऊ पारियां भी खेली हैं। लेकिन जब बात वनडे क्रिकेट आती थी तो वह टीम के अंदर और बाहर होते रहते थे लेकिन उन्होंने अपने देश के लिए 2011 विश्वकप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। समरवीरा ने अपने वनडे करियर में 53 मैचों में 27.8 की औसत से 862 रन बनाए और वह बिना किसी अर्धशतक के दो शतक लगाने में सफल रहे। उन्होंने अपने वनडे करियर में 76 चौके लगाए और उनका स्ट्राइक रेट 69.3 था, लेकिन वह अपने वनडे करियर में कभी भी छक्का लगाने में कामयाब नहीं हुए।
कैलम फर्गसन
ऑस्ट्रेलियाई मध्य क्रम के बल्लेबाज कैलम फर्गसन अपने देश के सबसे अच्छे बल्लेबाजों में से एक हैं। इस बल्लेबाज़ को उसकी बेहद अच्छी तकनीक के लिए जाना जाता थ। फर्गसन हमेशा ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं के रडार पर थे, लेकिन लंबे समय तक टीम में अपनी जगह नहीं बना सके। फर्गसन ने अपने वनडे करियर में 30 मैचों में 41.4 की औसत से 663 रन बनाए और इस दौरान उन्होंने पांच अर्धशतक लगाए। उन्होंने 85.3 के तेज़ स्ट्राइक रेट से रन बनाए और उन मैचों में 64 चौके लगाने में सफल रहे, लेकिन हैरान करने वाली बात ये थी कि ये ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी भी अपने वनडे करियर में एक भी छक्का नहीं लगा पाया।