डब्ल्यूआईसीबी के 2 अधिकारी चंद्रपॉल के समर्थन में
सेंट जॉन्स (एंटिगा), 8 फरवरी | आस्ट्रेलिया के खिलाफ श्सीरीज के लिए कैरेबियाई टीम की चयन प्रक्रिया में कथित हस्तक्षेप पर आई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड (डब्ल्यूआईसीबी) के दो अधिकारियों ने चंद्रपॉल का समर्थन किया था, हालांकि उन्होंने बिना मंजूरी लिए यह समर्थन दिया था।
समाचार एजेंसी के अनुसार, बीते वर्ष मई में क्लाइव लॉयड के नेतृत्व वाली चयन समिति ने चंद्रपॉल को टीम से बाहर रखने का फैसला किया था, हालांकि बोर्ड अध्यक्ष डेव कैमरून और उपाध्यक्ष इमैनुएल नाथन ने चंद्रपॉल को टीम में शामिल किए जाने का समर्थन किया था। रविवार को मीडिया में आई खबर में डब्ल्यूआईसीबी के हवाले से कहा गया है कि मामले में आई रिपोर्ट से पता चलता है कि कैमरून और नाथन ने अपनी निजी राय रखी थी।
विज्ञप्ति में कहा गया है, "मामले पर आई रिपोर्ट में दिए गए तथ्यों के मुताबिक चंद्रपॉल को बीते वर्ष मई में आस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के लिए चंद्रपॉल को टीम में शामिल करने पर कैमरून और नाथन द्वारा किया गया समर्थन उनकी व्यक्तिगत राय थी और उन्होंने यह राय बोर्ड के अन्य सदस्यों की मंजूरी के बगैर रखी थी।"
उल्लेखनीय है कि लंबे समय से टीम से बाहर रहने के बाद चंद्रपॉल ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी। तभी से उनके साथ हुए बर्ताव पर विवाद छिड़ा हुआ है। आस्ट्रेलिया के खिलाफ चंद्रपॉल को टीम से बाहर किए जाने के बाद मीडिया में आई खबरों में कहा गया था कि कैमरून ने चयनकर्ताओं की इच्छा के विपरीत चंद्रपॉल को टीम में शामिल करवाने की कोशिशें भी की थीं।
मुख्य कोच फिल सिमंस द्वारा बीते वर्ष सितंबर में श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए टीम की चयन प्रक्रिया में बाहरी हस्तक्षेप का आरोप लगाए जाने के बाद डब्ल्यूआईसीबी ने मानव संसाधन विशेषज्ञ कोलिन बार्नेट को मामले पर एक रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी। बार्नेट आस्ट्रेलिया के खिलाफ हुई घरेलू सीरीज और जिम्बाब्वे के खिलाफ रद्द हो गई सीरीज के लिए टीमों की चयन प्रक्रिया की भी जांच की। हालांकि तीनों ही श्रृंखलाओं के लिए चयन प्रक्रिया में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं पाई गई है।
एजेंसी