खुद की जगह XYZ को खेलते देखना, जिसे मैं क्लब मैच ना खिलाऊं मानसिक यातना थी: उन्मुक्त चंद

Updated: Sat, Aug 21 2021 18:25 IST
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टीम इंडिया को अपनी कप्तानी में अंडर-19 विश्व कप जितवाने वाले उन्मुक्त चंद  (Unmukt Chand) सुर्खियों में हैं। उन्मुक्त चंद ने अमेरिका में क्रिकेट खेलने के लिए 28 साल की उम्र में भारतीय क्रिकेट से संन्यास लेकर सभी को हैरान किया था। उन्मुक्त चंद ने बताया है कि पिछले कुछ साल उनके लिए काफी तनाव से भरे हुए रहे थे।

एक जाने माने वेब पोर्टल के साथ बातचीत के दौरान उन्मुक्त चंद ने कहा, 'पिछले कुछ साल मेरे लिए थोड़े कठिन रहे हैं। पिछले सीजन में मुझे दिल्ली के लिए एक भी मैच खेलने के लिए नहीं मिला था। और फिर, वही मैनेजमेंट, मुझे नहीं पता था कि मुझे फिर से खेलने का मौका मिलेगा या नहीं। बहुत सारे 'अगर मगर' थे, अभी भारत में घरेलू क्रिकेट को लेकर चिंताएं हैं।  

उन्मुक्त चंद ने आगे कहा, 'मैं उसी प्रक्रिया से अब और नहीं गुजरना चाहता था, यह मेरे लिए मानसिक यातना थी कि मैं खुद को बाहर बैठे और किसी XYZ खिलाड़ी को खेलता देखूं, वो भी वैसे किसी खिलाड़ी को जिसे मैं अपनी क्लब टीम में भी शामिल नहीं करूं। ये बातें होती हैं और मन खराब हो जात है। इसका कोई मतलब नहीं था और मैं यह सोचकर और समय बर्बाद नहीं करना चाहता था कि मैं खेलूंगा या नहीं।'

उन्मुक्त चंद ने कहा, 'इसलिए, जब ये चीजें होने लगती हैं, तब आप उसमें नहीं जाना चाहते हैं। जाहिर है, मेरे पास सीमित संख्या में समय है और मुझे अच्छा क्रिकेट खेलना है, और अधर में रहना एक बहुत, बहुत बुरी चीज है।' बता दें कि संन्यास लेने के बाद उनमुक्त चंद ने माइनर क्रिकेट लीग में अपना डेब्यू कर लिया है जिसमें वह 0 पर आउट हो गए थे।

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