VIDEO: Spark की तलाश में धोनी को मिला Wildfire, देखें 20 लाख रुपये से लेकर दमदार शतक की पूरी कहानी
आईपीएल के 47वें मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स का सामना राजस्थान रॉयल्स से हुआ। इस दौरान राजस्थान के बल्लेबाजों ने चेन्नई सुपर किंग्स की खबर लेते हुए 190 रनों के लक्ष्य को 17.3 ओवरों में ही पूरा कर लिया।
इस दौरान भले ही चेन्नई मैच हार गई हो लेकिन टीम के युवा ओपनिंग बल्लेबाज रुतुराज गायकवाड़ ने अपने पहले टी-20 शतक से सबका दिल जीत लिया। उन्होंने 60 गेंदों में 101 रनों की धमाकेदार पारी खेली और इस दौरान 9 चौके और 5 छक्के जमाने का कारनामा किया।
हालांकि रुतुराज गायकवाड़ की कहानी बहुत ही प्रेरणादायक है। आईपीएल 2020 की नीलामी से पहले उनको चेन्नई की टीम ने 20 लाख रुपये में खरीदा। टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही वो चोटिल हो गए। बाद में उन्हें राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ उन्होंने अपना डेब्यू किया और वो शून्य पर पवेलियन लौटे। दूसरे मैच में दिल्ली के खिलाफ भी वो फिके रहे और 10 गेंदों में केवल 5 रन बनाकर आउट हुए। फिर उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
आखिरकार जब साल 2020 में चेन्नई की टीम पहली बार प्लेऑफ में नहीं पहुंची। आखिरी के तीन मैचों में गायकवाड़ को मौका मिला उन्होंने आरसीबी के खिलाफ शानदार अर्धशतक जमाया। उसके बाद केकेआर के खिलाफ अगले ही मैच में उन्होंने फिर एक और अर्धशतक जमाने का कारनामा किया और पंजाब किंग्स के खिलाफ अपने लीग के आखिरी मैच में गायकवाड़ ने फिर से एक और अर्धशतक जमाकर ये दिखा दिया कि वो लंबे रेस के घोड़े हैं।
जब दूसरे हाफ के पहले मैच में मुंबई इंडियंस के खिलाफ पहले मैच में चेन्नई की पारी बिल्कुल लड़खड़ा गई थी तब एक तरफ से खड़ा रहते हुए उन्होंने 88 रनों की लाजवाब पारी खेली थी। और फिर राजस्थान के खिलाफ उन्होंने जो किया वो उससे ये बताने की जरूरत नहीं है कि ये बल्लेबाज कितना दमदार है।
धोनी की सीएसके जब साल 2020 में बिल्कुल भी अच्छा नहीं कर रही थी और कप्तान ने कुछ युवा खिलाड़ियों को जब मौका दिया था तब वो उस समय वो विफल रहे थे। तब धोनी ने एक मैच के बाद बयान देते हुए कहा था कि युवा खिलाड़ियों के अंदर उन्हें कोई स्पार्क नहीं दिख रहा लेकिन गायकवाड़ ने खुद की बल्लेबाज से ये सिद्ध कर दिया कि वो एक वाइल्डफायर है।
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इस मैच में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 4 विकेट के नुकसान पर 190 रनों का स्कोर खड़ा किया जिसे राजस्थान की टीम ने 15 गेंद शेष रहते ही हासिल कर लिया।