वेस्टइंडीज ने बोर्ड के खिलाफ दर्शाया विरोध,टॉस के समय कप्तान के साथ मैदान पर उतरी पूरी टीम
धर्मशाला, 17 अक्टूबर (हि.स.) । वेस्टइंडीज की पूरी टीम ने शुक्रवार को भारत के खिलाफ खेले गये मैच में टॉस के दौरान अपने कप्तान ड्वेन ब्रावो के साथ मैदान पर ऊतर वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड (डब्ल्यूआईसीबी) और वेस्टइंडीज खिलाड़ी संघ (डब्ल्यूआईपीए) के विरुद्ध अपना विरोध दर्ज कर टीम की एकजुटता का संदेश दिया। खिलाड़ियों का कहना है कि बोर्ड उन्हें उपयुक्त वेतन देने में आनाकानी कर रहा हैं।
फिलहाल आज तक ऐसा नहीं हुआ है कि किसी टीम ने टॉस के दौर मैदान पर आकर अपना विरोद्ध दर्ज किया है। लेकिन शुक्रवार को भारत और वेस्ट इंडीज के बीच धर्मशाला वनडे से पहले कुछ और ही नज़ारा दिखा। टॉस के वक्त पूरी की पूरी कप्तान साथ आई और उनके पीछे खड़ी रही। जिसके संबंध में ब्रावो ने कहा कि सभी खिलाड़ी इसलिए उनके साथ खड़े हैं ताकि वे दिखा सकें कि वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड, वेस्टइंडीज खिलाड़ी संघ और खिलाड़ियों के बीच चल रहे वेतन विवाद में सभी खिलाड़ी एकजुट हैं। इस दौरे पर वेस्ट इंडीज के खिलाड़ियों और बोर्ड में वेतन कॉन्ट्रैक्ट्स को लेकर तनातनी चल रही है और कई बार खिलाड़ियों के मैच से हटने की आशंका जताई जा चुकी है।
वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड और वेस्टइंडीज प्लेयर्स असोसिएशन के बीच एक समझौते की खबर आई थी। खिलाड़ियों का कहना है कि इस समझौते के लिए उनसे बात नहीं की गई। ब्रावो के मुताबिक, इस नए समझौते में खिलाड़ियों को मिलने वाले पैसे में भारी कटौती की कर दी गई है। इसको लेकर वेस्टइंडीज ने कोच्चि में सीरीज के पहले वनडे का बॉयकॉट करने का फैसला किया था लेकिन अंत में वह खेलने को राजी हो गए थे। ब्रावो का कहना है कि वह सिर्फ इसलिए खेल रहे हैं ताकि क्रिकेट के खेल और फैंस पर इस विवाद का गलत असर न पड़े। हालांकि उन्होंने चेताया कि इस मुद्दे पर फैसला लेने का समय आ गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/धीरेन्द्र/अनूप