Yashasvi Jaiswal ने बर्मिंघम में 87 रनों की पारी खेल तोड़ा 51 साल पुराना रिकॉर्ड, रोहित शर्मा को भी छोड़ा पीछे
IND vs ENG, Yashasvi Jaiswal Record: बर्मिंघम टेस्ट के पहले दिन यशस्वी जायसवाल ने 87 रनों की पारी से न सिर्फ टीम इंडिया की पारी संभाली, बल्कि दो खास रिकॉर्ड भी अपने नाम किए। इस पारी से उन्होंने एक तो रोहित शर्मा का रिकॉर्ड तोड़ा और दूसरा रिकॉर्ड 51 साल पुराना था।
टीम इंडिया के युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल ने एक बार फिर दिखा दिया कि वो टेस्ट क्रिकेट में भारत के भरोसेमंद ओपनर बनते जा रहे हैं। बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के पहले दिन उन्होंने 87 रनों की जोरदार पारी खेली। इस पारी में उन्होंने 107 गेंदों पर 13 चौकों की मदद से रन बनाए और एक नहीं, बल्कि दो बड़े रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए।
पहला रिकॉर्ड, जो जायसवाल ने तोड़ा, वो था साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया (यानि SENA देशों) में सबसे ज्यादा 50+ स्कोर का। इस पारी के साथ यशस्वी ने इन देशों में बतौर भारतीय ओपनर अपना पांचवां 50+ स्कोर लगाया, जबकि रोहित शर्मा के नाम SENA देशों में कुल चार ही 50+ स्कोर हैं। यानी जायसवाल अब इस लिस्ट में रोहित से आगे निकल चुके हैं।
दूसरा रिकॉर्ड और भी खास था। यशस्वी जायसवाल अब बर्मिंघम में टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले भारतीय ओपनर बन गए हैं। उन्होंने 1974 में सुधीर नाइक के बनाए 77 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। नाइक का रिकॉर्ड 51 साल से कायम था, लेकिन यशस्वी ने उसे पीछे छोड़ 87 रन बनाकर इतिहास रच दिया।
बर्मिंघम टेस्ट में भारतीय ओपनरों द्वारा बनाए गए सर्वोच्च स्कोर
- यशस्वी जायसवाल – 87 रन (2025)
- सुधीर नाइक – 77 रन (1974)
- सुनील गावस्कर – 68 रन (1979)
- चेतेश्वर पुजारा – 66 रन (2022)
- सुनील गावस्कर – 61 रन (1979)
अगर इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय ओपनर्स के 50+ स्कोर की बात करें, तो यशस्वी के अब कुल 7 ऐसे स्कोर हो चुके हैं, जबकि रोहित शर्मा के नाम 8 हैं। इस आंकड़े में भी जायसवाल जल्दी ही रोहित को टक्कर देते दिख सकते हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में भारतीय ओपनरों के सबसे ज्यादा 50+ स्कोर
- सुनील गावस्कर – 20 बार (66 पारियां)
- रोहित शर्मा – 8 बार (24 पारियां)
- यशस्वी जायसवाल – 7 बार (12 पारियां)*
- मोटगनहल्ली जयसिंहा – 6 बार (14 पारियां)
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एक तरफ ये पारी दिखाती है कि जायसवाल तकनीक और आक्रामकता का जबरदस्त मिश्रण हैं, वहीं दूसरी तरफ ये भी साफ है कि भारतीय टेस्ट क्रिकेट को एक नया सुपरस्टार मिल चुका है।