सौरव गांगुली के BCCI अध्यक्ष बनने के बाद पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने किया ये आग्रह
कोलकाता, 26 अक्टूबर | सौरव गांगुली को 'वेरी वेरी स्पेशल' बताते हुए पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने शुक्रवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के नए अध्यक्ष से राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) को पुनर्जीवित करने का आग्रह किया ताकि भारतीय टीम की बेंच स्ट्रेंथ मजबूत बनी रहे। यहां ईडन गार्डन्स स्टेडियम में बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) ने गांगुली के लिए एक सम्मान समारोह आयोजित किया। इस समारोह के लिए लक्ष्मण और गांगुली के पहले कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन विशेष आमंत्रित के रूप में मौजूद थे।
लक्ष्मण ने मंच पर गांगुली और अजहर की मौजूदगी में कहा, "यदि आप मुझसे एक बात के बारे में पूछें, तो वह यह होगा कि सौरव एनसीए को कैसे बेहतर कर सकते हैं। इस भारतीय टीम की मजबूती उसकी बेंच स्ट्रेंथ है। आप इस दक्षिण अफ्रीका की टीम को देखें, मैंने दक्षिण अफ्रीका की इतनी खस्ताहाल टीम कभी नहीं देखी। ऐसा इसलिए है क्योंकि उनकी घरेलू क्रिकेट मजबूत नहीं है। भारतीय टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही है और इसका कारण घरेलू क्रिकेट का मजबूत होना है।"
उन्होंने कहा, "एनसीए के माध्यम से आप लंबे समय तक भविष्य के चैंपियन बना सकते हैं। जब भी रोटेशन की आवश्यकता होगी तो आप आकर स्थापित खिलाड़ियों को बदल सकते हैं।"
इस मौके पर अजहर ने कहा, "एक कप्तान और खिलाड़ी के रूप में उन्होंने (गांगुली ने) जो कुछ भी हासिल किया है, मैं चाहता हूं कि वह बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में भी उसे हासिल करें। उन्होंने कठिन और साहसिक निर्णय लिए हैं। मैं चाहता हूं कि उन्होंने क्रिकेट के मैदान पर जो हासिल किया है, उससे कहीं ज्यादा सफलता हासिल करें और खेल को नई ऊंचाइयों तक ले जाएं।"
गांगुली के बारे में बात करते हुए लक्ष्मण ने उन्हें 'वेरी वेरी स्पेशल' कप्तान बताया।
गौरतलब है कि वीवीवीएस लक्ष्मण के नाम में अंग्रेजी भाषा के तीन वी अक्षरों के कारण उन्हें वेरी वेरी स्पेशल लक्ष्मण कहकर भी बुलाया जाता है।
लक्ष्मण ने कहा, "यह एक बड़े सम्मान की बात है कि मेरा सहयोगी बीसीसीआई अध्यक्ष हैं। अज्जू भाई (अजहर) मेरे आदर्श हैं और अब वे एचसीए (हैदराबाद क्रिकेट संघ) के अध्यक्ष हैं। लॉर्डस में अपनी शुरुआत के बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। सौरव खास क्रिकेटर हैं, लेकिन मेरे लिए सौरव कप्तान बहुत स्पेशल (वेरी वेरी स्पेशल) हैं।"