युवराज के न होने का असर टीम पर पड़ेगा: शास्त्री
मुंबई, 30 मार्च | भारतीय क्रिकेट टीम के निदेशक रवि शास्त्री ने कहा है कि चोटिल युवराज सिंह के न होने का असर टीम पर पड़ेगा। युवराज चोट के कारण टी-20 विश्व के आगे के मैच नहीं खेल पाएंगे। भारत गुरुवार को वानखेड़े स्टेडियम में विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज से भिड़ेगा।
मोहाली में आस्ट्रेलिया के खिलाफ युवराज के टखने में चोट लग गई थी, जिसके चलते वह विश्व कप से बाहर हो गए हैं। मैच से पहले संवाददाता सम्मेलन में शास्त्री ने कहा, "युवराज के न होने का असर टीम के ऊपर पड़ेगा क्योंकि इस समय वह लय में हैं। उनके पिछले मैच में डाले गए तीन ओवर काफी महत्वपूर्ण थे। जिसके कारण हम रनों पर रोक लगा सके और मैच में वापसी कर पाए। पहले चार ओवर के बाद कोई प्रतिस्पर्धा नहीं बची थी।"
उन्होंने कहा, "एक समय लग रहा था कि स्कोर 200 के ऊपर जाएगा जो कि उस विकेट पर काफी मुश्किल होता। इसलिए उनकी कमी खलेगी। दुर्भाग्यवश वह चोट मैच में लगी। मुझे लगता है चोट ज्यादा गंभीर नहीं होगी।" अभी तक वर्ल्ड का एक भी मैच नहीं खेलने वाले अजिंक्य रहाणे को सेमीफाइनल खेलने का मौका मिल सकता है।
शास्त्री से जब युवराज के विकल्प के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था, "हमने अभी इसके बारे में नहीं सोचा है। मनीष पांडेय कल (मंगलवार) को टीम के साथ जुड़े हैं। हम अभ्यास में देखेंगे और इसके बाद फैसला लेंगे। हम बेशक उन ओवरों को ध्यान में रखेंगे।"
भारत को वर्ल्ड टी-20 के अपने पहले मैच में न्यूजीलैंड के हाथों करारी हार झलेनी पड़ी थी। उस हार के बाद टीम ने शानदार वापसी की और पाकिस्तान, बांग्लादेश और आस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित की।
इस पर शास्त्री ने कहा, "अंत में आपको लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होता है। आपको एक बार में एक मैच पर ही ध्यान देना होता है और हर मैच में यही हमारी सोच है। हम जानते थे कि विश्व कप नजदीक आ रहा है। इसलिए हमने फैसला किया कि हर मैच को नॉकआउट मैच की तरह ही खेलेंगे। आपको हर मैच जीतना होता है। यह मायने नहीं रखता कि सामने कौन है आपको सिर्फ खेलना होता है।"
सेमीफाइनल में अपने विरोधी के बारे में पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, "मैंने पहले ही कहा था कि वह टी-20 की खतरनाक टीमों में से एक है। उनके पास आक्रामक खिलाड़ी हैं। उनके पास कई मैच जीतने वाले खिलाड़ी हैं, लेकिन हम तैयार हैं। यह हमारे लिए नॉकआउट नहीं है वो पिछला मैच था। यह सेमीफाइनल है।" शास्त्री ने कहा, "यह खेल का कठिन प्रारूप है क्योंकि यह सबसे छोटा है। यहां चीजें काफी जल्दी बदलती हैं। आपको अंत तक अपना ध्यान अपनी क्षमताओं पर लगाना होता है। आप इस प्रारूप में ज्यादा आगे की नहीं सोच सकते।"
एजेंसी