जिम लेकर के जादुई 19 विकेट
क्रिकेट के इतिहास में महान खिलाड़ियों द्वारा बनाए गए कुछ गिने-चुने रिकॉर्ड ऐसे हैं जिनका टूटना नामुकिन सा लगता है। ऐसे ही खास रिकॉर्ड्स में से एक रिकॉर्ड हैं इंग्लैंड के महान स्पिनर जिम लेकर का है जिन्होंने एक टेस्ट मैच में 19 विकेट लिए थे । आइए हम आपको बताते हैं कैसे बना था यह रिकॉर्ड......
1956 में इयान जॉनसन की कप्तानी में ऑस्ट्रेलियाई टीम एशेज सीरीज (5 टेस्ट) खेलने इंग्लैंड गई थी। नॉटिंघम में हुआ पहला टेस्ट मैच ड्रॉ रहा औऱ लॉर्ड्स में हुए दूसरे मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने जीत हासिल की थी। हैडिंग्ले में हुए टेस्ट में मेजबान टीम ने शानदार वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को बड़े अंतर से हराया। इसके बाद चौथा टेस्ट मैच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफोर्ड स्टेडियम में खेला जाना था और दोनों प्रतिद्वंदी इस मुकाबले में जीत हासिल कर सीरीज में महत्वपूर्ण बढ़त हासिल करना चाहते थे। लेकिन किसको पता था कि इस मैच में इतिहास रचा जानें वाला है।
26 जुलाई 1956 को मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफोर्ट स्टेडियम में दोनों टीमें आमने-सामने थी। इंग्लैंड के कप्तान पीटर मे ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। कप्तान का फैसला सही साबित हुआ और डेविड शेपर्ड (113) और पीटर रिचर्ड्सन (104) के बेहतरीन शतकों की बदौलत मेजबान ने पहली पारी में 459 रन की चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया।
इसके जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम बल्लेबाजी करने उतरी और कॉलिन मैक्डॉनल्ड (32) और जिम बुर्क (22) की जोड़ी ने मिलकर पहले विकेट के लिए 48 रन जोड़े। लेकर ने 48 रन के कुल स्कोर पर मैक्डॉनल्ड को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा। मैक्डॉनल्ड का विकेट गिरते ही पूरी ऑस्ट्रेलियाई पारी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई और कुल 84 रन के स्कोर पर पवेलियन पहुंच गई। इंग्लैंड के 5 बल्लेबाज तो अपना खाता भी नहीं खोल पाए और बाकी बचे 4 बल्लेबाज दहाई का आकड़ा छूने में असफल रहे। जिम लेकर ने पहली पारी में 37 रन देकर 9 ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजो को पवेलियन भेजा। एक मात्र विकेट टॉनी लॉक के हिस्से में आया। लेकर और लॉक समेत इंग्लैंड के गेंदबाजों ने अच्छी लाइन-लैंथ से गेंदबाजी करी और पूरी पारी में एक भी अतिरिक्त रन नहीं दिया।
इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम फॉलोऑन खेलने उतरी लेकिन दूसरी पारी में भी उसकी हालत नहीं सुधरी। सलामी बल्लेबाज कॉलिन मैक्डॉनल्ड ने 89 रन की पारी खेलकर टीम की हार टालने की भरपूर कोशिश करी लेकिन वह असफल रहे। इसके अलावा इयान क्रैग (38) औऱ जिम बुर्क (33) ने छोटी-छोटी पारियां खेली। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया के 7 बल्लेबाज दहाई का आकड़ा भी नहीं छू पाए।
दूसरी पारी में जिम लेकर ने नया इतिहास रचते हुए सभी 10 विकेट झटके। उन्होंने कुल 53 रन के खर्च पर ऑस्ट्रेलिया के सभी बल्लेबाजों को आउट कर के एक नया कीर्तिमान बना दिया था।
जिम लेकर के कहर के चलते ऑस्ट्रेलियाई टीम 205 रन पर सिमट गई औऱ इंग्लैंड पारी और 170 रन के विशाल अंतर से मैच जीत गई। लेकर ने पूरे टेस्ट में 90 रन देकर 19 विकेट चटकाए थे और उनके इस जादुई प्रदर्शन के चलते इस मैच को “लेकर मैच” के नाम से जाना जाता है। मैनचेस्टर टेस्ट मैच में मिली इस शानदार जीत के चलते इंग्लैंड ने सीरीज में 2-1 की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल कर ली थी। लंदन के द ओवल स्टेडियम में हुआ पांचवां और आखिरी टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था जिसके चलते सीरीज 2-1 से इंग्लैंड के नाम रही थी। सीरीज की इस शानदार जीत के नायक जिम लेकर रहे थे जिन्होंने 5 टेस्ट मैचों में 46 विकेट चटकाए थे।
जिम लेकर ने तोड़ा था 43 साल पुराना रिकॉर्ड
मैनचेस्टर टेस्ट की दूसरी पारी में 10 विकेट लेकर जिम लेकर ने अपने हमवतन सिडनी बर्न्स के 43 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा था। बर्न्स ने 1913 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ एक पारी में 103 रन देकर 9 विकेट झटके थे। लेकर ने 10 विकेट लेकर बर्न्स के इस रिकॉर्ड को तोड़ा था।
कुंबले ने की बराबरी
भारत के अनिल कुंबले 1999 में लेकर का कारनामा दोहराया। दिल्ली के फिरोजशाह कोटला में पाकिस्तान के विरुद्ध 4 फरवरी 1999 को हुए टेस्ट मुकाबले में कुंबले ने 10 विकेट झटके थे। पाकिस्तान की दूसरी पारी में कुंबले ने अपना मैजिक चलाते हुए 74 रन देकर सभी मेहमान बल्लेबाजों को आउट किया था। अनिल कुंबले के बाद यह कारनामा कोई नहीं कर पाया।
सौरभ शर्मा