टी-20 वर्ल्ड कप के टॉप पांच गेंदबाजी परफॉर्मेंस
भारत की मेजबानी में 8 मार्च से छठा टी-20 वर्ल्ड कप शुरू होने वाला है। पिछले पांच वर्ल्ड कप में गेंदबाजों का जलवा रहा है। अहम मौकों पर गेंदबाजों ने अपनी शानदार गेंदबाजी से टीम को जीत दिलाई है। आइए जानतें हैं टी-20 वर्ल्ड कप के पांच बेहतरीन गेंदबाजी परफॉर्मेंस के बारे में।
आरपी सिंह (4/13)
2007 में साउथ अफ्रीका की मेजबानी में हुए पहले वर्ल्ड कप में भारतीय तेज गेंदबाज आरपी सिंह मेजबान टीम के खिलाफ बेहरतीन गेंदबाजी करते हुए भारत को जीत दिलाई थी। 20 सितंबर 2007 को डरबन में खेले गए मैच में आरपी सिंह ने 4 ओवर में मात्र 13 रन देकर चार विकेट लिए थे।
टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने रोहित शर्मा के नाबाद अर्धशतक और कप्तान धोनी की 45 रन की पारी की बदौलत निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 153 रन बनाए थे।
साउथ अफ्रीका जैसी मजबूत टीम के सामनें यह स्कोर ज्यादा बड़ा नही था। लेकिन आरपी सिंह ने बेहतरीन गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए अफ्रीकी टीम को 116/9 के स्कोर पर ही रोक दिया था। जिसके चलते भारत वह मैच 37 रन से जीता था। आरपी के अलावा भारत के लिए हरभजन सिंह और श्रीसंत ने भी दो-दो विकेट लिए थे।
उमर गुल (5/6)
पाकिस्तान की पेस अटैक की जान रहे उमर गुल ने 2009 टी-20 वर्ल्ड कप में अपनी गेंदबाजी के दम पर ओवल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए मुकाबले को एकतरफा बना दिया था। 15 जून 2009 को हुए इस मैच में गुल ने कहर बरपाती गेंदबाजी की थी और 3 ओवर में मात्र 6 रन देकर पांच कीवी बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा था। उनकी इस मैच जिताऊ गेंदबाजी प्रदर्शन की बदौलत न्यूजीलैंड की टीम केवल 99 रन पर सिमट गई थी। पाकिस्तान ने 13.1 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर जीत के टारगेट को हासिल कर लिया था।
डर्क नेनस (4/18)
वेस्टइंडीज की मेजबानी में हुए तीसरे टी-20 वर्ल्ड कप में बारबाडोस के किंग्स्टन ओवल मैदान बांग्लादेश के खिलाफ हुए मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के बांए हाथ के तेज गेंदबाज डर्क नेनस ने अपनी गेंदबाजी से कमाल कर दिया था। 5 मई 2010 को हुए इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था और बांग्लादेश गेंदबाजों की कसी हुए गेंदबाजी के आगे निर्धारित 20 ओवरों में 7 विकेट के नुकसान पर केवल 141 रन ही बना पाया था।
जीत के लिए 142 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की टीम नेनस की धारदार गेंदबाजी के आगे 114 रन पर सिमट गई थी। नेनस ने 4 ओवर में 18 रन देकर चार विकेट लिए जिसकी बदौलत ऑस्ट्रेलिया वह मुकाबला 27 रन से जीत गया था।
अजंता मेंडिस (6/8)
टी-20 वर्ल्ड कप मुकाबले में सबसे बेहतरीन गेंदबाजी की रिकॉर्ड श्रीलंकाई स्पिनर अंजता मेंडिस के नाम है। जिम्बाब्वे के खिलाफ हंबनटोटा के मैदान में हुए मुकाबले में मेंडिस ने अपनी जादुई स्पिन से इतिहास रच दिया था।
टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी मेजबान श्रीलंका निर्धारित 20 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 182 रन बनाए थे। इसके बाद मेंडिस ने अपनी फिरकी के फेर में जिम्बाब्वे को ऐसा फसाया की पूरी टीम केवल 100 रन पर ही ढेर हो गई। मेंडिस ने 4 औवर में सिर्फ आठ रन देकर 6 विकेट लिए थे। जिसकी बदौलत श्रीलंका 82 रन से यह मैच जीती थी।
रंगना हैराथ (5/3)
2014 टी-20 वर्ल्ड कप में श्रीलंका को चैंपियन बनाने में स्पिनर रंगना हैराथ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। लेकिन कीवी टीम के खिलाफ उन्होंने जो प्रदर्शन किया था वह इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। 31 मार्च 2014 को चटगांव में हुए मुकाबले में न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और श्रीलंका की टीम को कुल 119 रन पर समेट दिया।
छोटे लक्ष्य के सामनें माना जा रहा था कि कीवी टीम आसानी से मुकाबला जीत लेगी। लेकिन हैराथ ने अपनी स्पिन का ऐसा जादू चलाया कि पूरी न्यूजीलैंड की टीम केवल 60 रन ही बना पाई। हैराथ ने मैच में कुल 21 गेंदें कराई थी जिसमें 12 गेंदे डॉट थी और उन्होंने 3 रन देकर पांच विकेट लिए थे।