टेस्ट क्रिकेट इतिहास के 5 सबसे छोटे मैच, एक टीम 69 मिनट में हुई थी ऑलआउट

Updated: Mon, Dec 19 2022 14:06 IST
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Top 5 Shortest Test Match: ऑस्ट्रेलिया औऱ साउथ अफ्रीका के बीच 17 दिसंबर 2022 से ब्रिस्बेन में खेला गया पहला टेस्ट मैच दो दिन के अंदर ही खत्म हो गया। इस मुकाबले में सिर्फ 866 गेंदों का खेल ही हो सका। यह टेस्ट क्रिकेट इतिहास का आठवां सबसे छोटा (जिसका परिणाम निकला हो) मैच है। आइए जानते हैं टेस्ट क्रिकेट के 5 सबसे छोटे मैच।

ऑस्ट्रेलिया बनाम साउथ अफ्रीका (मेलबर्न, फरवरी 1932)

टेस्ट क्रिकेट इतिहास का सबसे छोटा मैच (जिसका परिणाम निकला हो) फरवरी 1932 में ऑस्ट्रेलिया औऱ साउथ अफ्रीका के बीच मेलबर्न में खेला गया था। जिसमें कुल 656 गेंदों का खेल हुए था। इस मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी साउथ अफ्रीका की टीम पहली पारी में सिर्फ 36 रनों पर ऑलआउट हो गई थी। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी 153 रन बनाए थे और 117 रनों की बढ़त हासिल की थी। साउथ अफ्रीका की दूसरी पारी में 45 रन पर ऑलआउट हो गई और ऑस्ट्रेलिया ने एक पारी और 72 रन से मुकाबला जीता।

वेस्टइंडीज बनाम इंग्लैंड ( ब्रिजटाउन, जनवरी 1935)

वेस्टइंडीज औऱ इंग्लैंड के बीच जनवरी 1935 में ब्रिजटाउन में हुए टेस्ट मैच सिर्फ 672 गेंद का खेल हुआ था। इंग्लैंड ने टॉस जीता औऱ वेस्टइंडीज को पहले बल्लेबाजी का न्यौता देकर 102 रनों पर ऑलआउट कर दिया। इसके जवाब में इंग्लैंड ने 7 विकेट के नुकसान पर 81 रन बनाकर पारी घोषित करने का साहसिक फैसला किया। 21 रन की बढ़त के बाद वेस्टइंडीज ने दूसरी पारी 6 विकेट पर 51 रन बनाकर घोषित कर दी। जिसके बाद इंग्लैंड को जीत के लिए 72 रन का लक्ष्य मिला, जिसे उसने 6 विकेट गवाकर हासिल कर लिया।  

इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया (मैनचेस्टर,अगस्त 1888)

इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच अगस्त 1888 में मैनचेस्टर में खेले गए टेस्ट मैच में 788 गेंदों का खेल हुआ था। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 172 रन बनाए थे। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम 81 रनों पर ऑलआउट हो गई थी। इसके बाद इंग्लैंड ने मेहमान टीम को फॉलोऑन दिया और ऑस्ट्रेलिया दूसरी पारी में 71 रनों पर ऑलआउट हो गई। दूसरे दिन लंच से पहले 69 मिनट में ऑस्ट्रेलिया के 10 विकेट गिर गए थे और इंग्लैंड ने 21 रनों से मुकाबला जीता। 

इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया (लॉर्ड्स, जुलाई 1888)

इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच जुलाई 1888 में लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए टेस्ट मैच में 792 गेंद का खेल हुआ था। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 116 रन बनाए थे, इसके जवाब में इंग्लैंड 53 रनों पर सिमट गई। पहली पारी में 63 रनों की अहम बढ़त मिलने के बाद ऑस्ट्रेलिया दूसरी पारी में 60 रनों पर ढेर गई और  इंग्लैंड के जीत के लिए 123 रनों का लक्ष्य मिला।  लेकिन दूसरी पारी में भी मेजबान टीम बल्ले से फ्लॉप साबित हुई और 60 रनों पर सिमट गई,जिससे ऑस्ट्रेलिया ने 61 रनों से ये मुकाबला जीता।

साउथ अफ्रीका बनाम इंग्लैंड ( केपटाउन, मार्च 1889)

साउथ अफ्रीका औऱ इंग्लैंड के बीच मार्च 1889 में केपटाउन में खेले गए टेस्ट में 796 गेंद का खेल हुआ था। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 292 रन बनाए, जिसके जवाब में साउथ अफ्रीका सिर्फ 47 रनों पर ऑलआउट हो गई। 245 रनों के विशाल अंतर से पिछड़ने के बाद साउथ अफ्रीका को फॉलोऑन मिला और दूसरी पारी में भी मेजबान टीम 43 रनों पर ढेर हो गई थी। एक दिन में दो बार साउथ अफ्रीका की टीम ऑलआउट हुई थी। इंग्लैंड ने यह मुकाबला एक पारी और 202 रन के विशाल अंतर से जीता था।

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