वर्ल्ड कप फ्लैशबैक: जब अंपायरों की बड़ी गलती के कारण जेम्स टेलर पूरा नहीं कर पाए थे वर्ल्ड कप शतक

Updated: Tue, May 28 2019 15:15 IST
Umpiring error costs James Taylor World Cup ton (Google Search)

क्रिकेट के मैदान पर अंपायर द्वारा कई गलत फैसले देखने को मिलते है। कभी-कभी ये फैसले इतने विवादित व बड़े होते है कि ये मैच के नतीजे या फिर किसी खिलाड़ी की व्यक्तिगत पारी पर भी असर डालते है। साल 2015 वर्ल्ड कप के दौरान कुछ ऐसा ही देखना को मिला जब इंग्लैंड के बल्लेबाज जेम्स टेलर अंपायर के गलत फैसले कारण शतक जमाने से चूक गए।

14 फरवरी साल 2015 को ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मेलबॉर्न के मैदान पर 'पूल ए' का दूसरा मुकाबला खेला जा रहा था। मैच में इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन ने टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया को बल्लेबाजी करने का न्यौता दिया।

ऑस्ट्रेलिया ने मैच में एक सधी हुई शुरुआत की और पहले विकेट के लिए ओपनर डेविड वॉर्नर और एरॉन फिंच ने 57 रन जोड़े। 57 के स्कोर पर डेविड वार्नर के रूप में टीम को पहला झटका लगा जो 22 रन बनाकर आउट हुए। ऑस्ट्रेलिया की पारी लड़खड़ाने लगी और 70 के स्कोर पर उनके तीन बल्लेबाजों ने पवेलियन का रास्ता देख लिया। ऑस्ट्रेलिया ने इसके बाद संभलकर खेलते हुए 50 ओवरों में 9 विकेट के नुकसान पर 342 रनों का एक मजबूत स्कोर खड़ा किया। ऑस्ट्रेलिया के तरफ से ओपनर आरोन फिंच ने सर्वाधिक 135 रन बनाएं। इसके अलावा विस्फोटक बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल ने 66 तो वहीं कप्तान जॉर्ज बेली ने 55 रनों का योगदान दिया। इंग्लैंड के लिए तेज गेंदबाज स्टीवन फिन ने हैट्रिक विकेट लेने के साथ-साथ मैच में कुल 5 विकेट अपने नाम किए।

343 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की शुरुआत बेहद खराब रही और 92 के स्कोर पर 6 विकेट खोकर इंग्लैंड की टीम संघर्ष कर रही थीं। हालांकि छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने आये जेम्स टेलर एक छोर से रन बना रहे थे और उनका साथ दिया ऑलराउंडर क्रिस वोक्स ने। वोक्स भी आखिरकार 42 गेंदों में 37 रन बनाकर आउट हो गए। अंतिम क्षणों में इंग्लैंड की तरफ से क्रीज पर जेम्स टेलर और तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन के रूप में आखिरी जोड़ी खड़ी थी।

 

जेम्स टेलर 98 रन बनाकर एक तरफ से संघर्ष कर रहे थे। पारी का 41वां ओवर करने आये जोश हेजलवुड। ओवर की पंचवीं गेंद उनके पैड पर लगी और गेंदबाज सहित पूरी ऑस्ट्रलियाई टीम ने एलबीडबल्यू की अपील की। अंपायर अलीम डार ने उन्हें आउट किया करार दिया। फिर टेलर ने डीआरएस की मांग की और टीवी पर बार-बार रिप्ले देखने के बाद थर्ड अंपायर बिली बोडेन ने उन्हें नॉट आउट करार दिया। इसी बीच जब एलबीडबल्यू की अपील हुई थी तब ग्लेन मैक्सवेल ने नॉन स्ट्राइक पर खड़े जेम्स एंडरसन को क्रीज से बाहर निकलता हुआ देख सीधा थ्रो करते हुए गिल्लियां बिखेर दी थी। 

जैसे ही थर्ड अंपायर ने टेलर को नॉटआउट दिया तो ऑस्ट्रलियाई टीम एंडरसन के रन आउट होने की अपील करने लगी जिसके बाद लेग अंपायर कुमार धर्मसेना ने उन्हें आउट करार दे दिया। टेलर ने अंपायरों से यह कहा की मुख्य अंपायर द्वारा उन्हें आउट दिए जाने के फैसले के साथ ही बॉल डेड हो जानी चाहिए। हालांकि अंपायर ने उनकी एक ना सुनी और इंग्लैंड की पारी 41.5 ओवरों में 231 रनों पर समाप्त हो गयी। इसी के साथ जहाँ टेलर अपने शतक से मात्र 2 रन से चूक गए तो वहीं ऑस्ट्रेलिया ने 111 रनों की बड़ी जीत हासिल की। ऑस्ट्रेलिया के तरफ से शतक जमाने वाले बल्लेबाज आरोन फिंच को "मैन ऑफ द मैच" का अवॉर्ड दिया गया।

मैच के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने माना था कि अंपायरों की गलती के चलते जेम्स टेलर अपना शतक पूरा नहीं कर पाए थे। 
 

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