भारत के आक्रमक बल्लेबाज विराट कोहली (Virat Kohli 100th Test) ने स्वीकार किया कि श्रीलंका के खिलाफ अपने 100वें टेस्ट मैच के लिए मैदान पर कदम रखने से पहले वह काफी नर्वस थे, क्योंकि उनको लगा कि यह उनका डेब्यू मैच है। शुक्रवार को आईएस बिंद्रा पीसीए स्टेडियम में दो मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट में कोहली यह उपलब्धि हासिल करने वाले 12वें भारतीय और दुनिया के 71वें क्रिकेटर बन गए। कोहली ने कहा, "राहुल द्रविड़ ने सुबह मुझसे पूछा था कि आप कैसा महसूस कर रहे हैं? मैंने उनसे कहा, मुझे ऐसा लग रहा है कि मैं फिर से अपनी शुरुआत कर रहा हूं। सच कहूं तो मैं काफी नर्वस था। यह एक खास था। आज भी स्टेडियम में लोग थे, यह एक ऐसा क्षण था जो बहुत ही खास था।"
कप्तान के रूप में नहीं बल्कि एक विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में मैदान पर उतरने पर बात करते हुए कोहली ने टिप्पणी की, "मैंने यह पहले भी कहा है कि कप्तान बनने से पहले भी मेरी मानसिकता बिल्कुल वैसी ही थी। मैं हमेशा से चाहता था टीम के लिए एक जिम्मेदार खिलाड़ी बनूं और जब मैं कप्तान नहीं था तब भी मैंने हमेशा जिम्मेदारी ली, इसलिए मेरे लिए कुछ भी नहीं बदला है।"
कोहली ने अपने 100वें टेस्ट के पहली पारी में लसिथ एम्बुलडेनिया की गेंद पर 45 रन बनाकर आउट हो गए, जिसके बाद उन्होंने अच्छी शुरुआत के बाद आउट होने पर निराशा जताई।