VIDEO: जब अंपायर्स ने कहा छोड़ दो मैदान, अजिंक्य बोले- 'हम यहां खेलने आए हैं, स्टैंड्स में बैठने नहीं'
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट बुरी तरह हारने के बाद विराट की गैर-मौजूदगी और अजिंक्य रहाणे की अगुवाई में भारतीय टीम ने शानदार टेस्ट सीरीज जीत दर्ज की थी।
साल 2020-21, भारत ने ऑस्ट्रेलिया की जमी पर उन्हें 4 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से हराकर इतिहास रच दिया था। भारत ने सीरीज के दौरान तीन दशक से गाबा में अपराजित कंगारू टीम को वहीं टेस्ट में मात देकर जीत हासिल की थी। हालांकि इस दौरान सिडनी टेस्ट काफी विवादों में रहा था। अब अजिंक्य रहाणे ने सिडनी टेस्ट से जुड़ी एक घटना फैंस के साथ शेयर की है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज पर बनी डॉक्यूमेंट्री 'बंदो में था दम' की लॉन्चिंग के मौके पर अजिंक्य रहाणे ने बताया कि सिडनी टेस्ट के दौरान लगातार ही क्राउड में बैठे कुछ दर्शक सिराज पर नस्लीय टिप्पणी कर रहे थे जिसकी शिकायत उन्होंने अंपायर्स से की। अंपायर ने भारतीय खिलाड़ियों की शिकायत सुनने के बाद उन्हें वॉक आउट करने का सुझाव दिया जिस पर उन्होंने कहा- 'हम यहां खेलने आए है ना कि स्टैंड्स में बैठने।'
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अजिंक्य रहाणे ने कहा, 'सिडनी टेस्ट के चौथे दिन सिराज पर नस्लीय टिप्पणी हो रही थी जिसके बाद वह मेरे पास आए। मैंने अंपायर्स से कहा कि अब हम तभी आगे खेलेंगे जब आप क्राउंड में बैठे लोगों पर कोई एक्शन लोगे।' रहाणे की शिकायत पर अंपायर ने उन्हें सुझाव देते हुए कहा कि अगर आप खेलना नहीं चाहते तो आप वॉक आउट कर सकते हैं।
उन्होंने आगे बोला, 'हमसे अंपायर्स ने कहा, आप गेम को रोक नहीं सकते और अगर आप ऐसा चाहते हैं तो वॉक आउट कर सकते हैं। हमने उनसे कहा, हम यहां खेलने आए है ना कि ड्रेसिंग रूम में बैठने। यह काफी जरूरी है कि हमारे खिलाड़ियों को सपोर्ट किया जाए। जो कुछ भी वहां हुआ वह काफी गलत था।' गौरतलब है कि इसके बाद थोड़ी देर गेम बाधित हुआ जिसके दौरान उन दर्शकों को बाहर किया गया जो नस्लीय टिप्पियां कर रहे थे।
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बता दें कि सीरीज के पहले मुकाबले में 36 रनों के स्कोर पर ऑल आउट होने के बाद भारतीय टीम ने सिडनी टेस्ट को ड्रॉ किया। जिसके बाद अपने सीनियर्स की गैर-मौजूदगी में युवा भारतीय टीम ने दिग्गज ऑस्ट्रेलिया टीम को उन्हीं के घर पर दो टेस्ट मैचों में लगातार हराने के बाद इतिहासिक सीरीज जीत दर्ज की। इस शानदार जीत में भारतीय टीम का सुनहरा भविष्य साफ झलक रहा था।