'मैं अगले 4 महीनों में मेरी ज़िंदगी के 10 सबसे बड़े टेस्ट मैच खेलने वाला हूं', पैट कमिंस की कप्तानी है दांव पर
अगले चार महीनों में ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान पैट कमिंस के लिए एक बड़ा इम्तिहान होने वाले हैं और भारत दौरे की शुरुआत से पहले उन्होंने खुद ये बयान दिया है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर सीरीज 9 फरवरी से शुरू होने वाली है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिहाज से ये सीरीज बेहद अहम मानी जा रही है और ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट कप्तान पैट कमिंस के कप्तानी करियर के लिए भी ये सीरीज काफी अहम है क्योंकि ये सीरीज कमिंस को अर्श से फर्श पर भी ला सकती है और ऐसा उन्होंने खुद भी माना है। कमिंस ने कहा है कि अगले कुछ महीनों में उनकी कप्तानी की सच्ची परीक्षा होने वाली है।
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज का मानना है कि वो इन 4 महीनों में सर्वश्रेष्ठ ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान से लेकर ऑस्ट्रेलिया के सबसे खराब कप्तान तक जा सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए 2023 के शुरुआती कुछ महीनों में कई अहम सीरीज उनका इंतज़ार कर रही हैं। फरवरी में भारत के खिलाफ चार टेस्ट मैचों के बाद जून में ऑस्ट्रेलिया को एशेज सीरीज भी खेलनी है और इसी बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल भी है तो आने वाले 10 टेस्ट मैच पैट कमिंस के लिए एक तगड़ी परीक्षा होने वाले हैं।
Trending
भारत दौरा ऑस्ट्रेलिया के लिए इसलिए भी अहम है क्योंकि 2004 के बाद से कंगारुओं ने भारत में कोई टेस्ट सीरीज नहीं जीती है, जबकि इंग्लैंड में उनकी आखिरी सीरीज जीत 2001 में हुई थी। द एज से बात करते हुए, कमिंस ने माना कि राह आसान नहीं होने वाली है। उन्होंने कहा, "मैं सर्वश्रेष्ठ ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान से लेकर सबसे खराब कप्तान तक जा सकता हूं। अगले 4 महीनों में ये मेरे करियर के अब तक खेले गए सबसे बड़े 10 टेस्ट होने वाले हैं।"
- Border Gavaskar Trophy
— CRICKETNMORE (@cricketnmore) January 28, 2023
- WTC Final
- Ashes
A Massive Year For The Aussies!#INDvAUS #ENGvAUS #WTC #WTCFinal pic.twitter.com/ZOWTkpXCDO
Also Read: क्रिकेट के अनसुने किस्से
29 वर्षीय पैट कमिंस ने इसके अलावा ये भी बताया कि एक समय उन्हें ये लगता था कि वो कप्तानी के लिए फिट नहीं थे। उन्होंने कहा, "मुझे इससे नफरत है। मुझे लगता है कि मैंने गलती की है। वो पहला स्पैल बहुत खराब था। मैंने विशेष रूप से अच्छी गेंदबाजी नहीं की। मेरा दिमाग फील्ड प्लेसमेंट और अन्य चीजों के बारे में चिंतित था। फिर मैंने एक और स्पैल फेंका और मैं ठीक था। लेकिन इससे मुझे समझ में आया कि दूसरे लोग क्यों सोचते हैं कि मुझे कप्तानी नहीं संभालनी चाहिए।"