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'ओस' ना तोड़ दे करोड़ों फैंस के सपने, बीसीसीआई को याद आ रही है 7 साल पुरानी 'मैजिक स्प्रे'

  आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप 2021 में अब तक 9 मुकाबले खेले गए हैं और उसमें से 8 मैच बाद में बैटिंग करने वाली टीम ने जीते हैं। आंकड़े ये बता रहे हैं कि टी-20 वर्ल्ड कप में ओस टीमों की

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Cricket Image for 'ओस' ना तोड़ दे करोड़ों फैंस के सपने, बीसीसीआई को याद आ रही है 7 साल पुरानी 'मैजिक (Image Source: Google)
Shubham Yadav
By Shubham Yadav
Oct 28, 2021 • 04:18 PM

 

Shubham Yadav
By Shubham Yadav
October 28, 2021 • 04:18 PM

आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप 2021 में अब तक 9 मुकाबले खेले गए हैं और उसमें से 8 मैच बाद में बैटिंग करने वाली टीम ने जीते हैं। आंकड़े ये बता रहे हैं कि टी-20 वर्ल्ड कप में ओस टीमों की हार का कारण बन रही है और कुछ ऐसा ही भारत और पाकिस्तान के बीच हुए मुकाबले के दौरान भी देखा गया था जहां भारतीय गेंदबाज़ दूसरी पारी में पाकिस्तान का एक भी विकेट नहीं ले पाए थे।

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ओस ही वो कारण है कि टीमें  टॉस जीतने के बाद पहले गेंदबाजी चुन रही हैं। ऐसे में ओस के कहर के बीच अगर भारतीय टीम न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 31 अक्तूबर को होने वाले वर्चुअल क्वार्टरफाइनल में टॉस हार जाती है तो फिर से पाकिस्तान वाली कहानी देखने को मिल सकती है। यही कारण है कि बीसीसीआई को 2014 टी-20 वर्ल्ड कप में इस्तेमाल की गई मैज़िक स्प्रे की याद आ रही है।

अगर आपको याद नहीं है तो बता दें कि 2014 में बांग्लादेश टी-20 वर्ल्ड कप की मेज़बानी कर रहा था और तब भी ओस के कारण टीमों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। तब आईसीसी ने भारत से Anti Dew Gel को मंगवाया था और तब आउटफील्ड पर इस स्प्रे के छिड़काव से ओस को कंट्रोल किया गया था।

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अगर ओस का प्रभाव मैचों पर ऐसे ही पड़ता रहा तो आईसीसी एक बार फिर से इस जादुई स्प्रे का इस्तेमाल कर सकती है। लेकिन अगर ओस का कहर ऐसे ही जारी रहा और कोई कदम नहीं उठाए गए तो ना सिर्फ टीम इंडिया को बल्कि बाकी टीमों को भी लेने के देने पड़ सकते हैं।

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