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अनिल कुंबले ने टीम इंडिया के कोच रहते हुए विवाद पर तोड़ी चुप्पी, बोले अंत अच्छा हो सकता था

नई दिल्ली, 22 जुलाई| महान लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने भारतीय टीम के साथ मुख्च कोच के तौर पर बिताए गए समय को लेकर बात की है और कहा है कि संन्यास के बाद दोबारा ड्रेसिंग रूम का हिस्सा बनकर

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma July 22, 2020 • 18:11 PM
Virat Kohli and Anil Kumble
Virat Kohli and Anil Kumble (Twitter)
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नई दिल्ली, 22 जुलाई| महान लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने भारतीय टीम के साथ मुख्च कोच के तौर पर बिताए गए समय को लेकर बात की है और कहा है कि संन्यास के बाद दोबारा ड्रेसिंग रूम का हिस्सा बनकर उन्हें काफी अच्छा लगा था।

कुंबले ने 2017 में विराट कोहली के साथ मतभेदों के चलते मुख्य कोच के पद से इस्तीफा दे दिया था। ऐसी खबरें थी दोनों के बीच काफी समय से चीजें अच्छी नहीं चल रही हैं लेकिन कोहली ने चैम्पियंस ट्रॉफी के दौरान इस तरह की चीजों को नकार दिया था।

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इस टूर्नामेंट के फाइनल में भारत को पाकिस्तान के हाथों हार मिली थी और इसी के बाद कुंबले ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

कुंबले ने कहा कि उन्हें किसी चीज का पछतावा नहीं है लेकिन साथ ही कहा कि उनके कार्यकाल का अंत बेहतर हो सकता था।

कुंबले ने जिम्ब्बावे के पूर्व तेज गेंदबाज पॉमलेलो मांग्बा के साथ इंस्टाग्राम पर बात करते हुए कहा, "मैं काफी खुश था कि मैंने वो जिम्मेदारी संभाली। मैंने जो एक साल टीम के साथ बिताया वो शानदार था। शानदार खिलाड़ियों के साथ खेलना और संन्यास के बाद एक बार फिर भारतीय टीम के ड्रेसिंग रूम का हिस्सा बनना शानदार था।"

पूर्व कप्तान ने कहा, "हमने उस एक साल में काफी अच्छा किया था। मैं काफी खुश था कि कुछ योगदान दिया गया और मुझे किसी तरह का पछतावा नहीं है। मैं वहां से आगे बढ़ने के बाद भी खुश था। मुझे पता है कि अंत अच्छा हो सकता था लेकिन ठीक है।"

49 साल के कुंबले ने हरभजन सिंह के साथ अपनी साझेदारी को लेकर बात की।

उन्होंने कहा, "मेरी भज्जी के साथ काफी अच्छी दोस्ती है क्योंकि हमने काफी सारे मैच खेले हैं। साथ ही वेंकटपति राजू के साथ जो राजेश चौहान के साथ मेरे पहले स्पिन पार्टनर थे। मेरे करियर के दूसरे हाफ में, हरभजन सिंह काफी विशेष थे।"

उन्होंने कहा, "एक ऐसा गेंदबाज होना जो पांच विकेट ले सकता है, मेरे लिए यह बड़ी बात थी क्योंकि जब आपके पास दो स्पिनर हैं और दोनों पांच विकेट लेने में सक्षम हों तो एक बल्लेबाज के तौर पर आप मैच की शुरुआत से पहले ही समझ जाते हो कि आप दबाव में हो। इस तरह का दबाव आपको विकेट लेने में मदद करता है।"

कुंबले ने भारत के लिए 132 टेस्ट मैच और 271 वनडे खेले हैं जिनमें क्रमश: 619 और 337 विकेट लिए हैं।

वह टेस्ट में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं वहीं विश्व में वह टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में तीसरे स्थान पर हैं।
 


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