किसी समय भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रहे पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ग्रेग चैपल एक बार फिर से सुर्खियों में हैं लेकिन उनके सुर्खियों में रहने की वजह बुरी है। दरअसल, इस समय चैपल वित्तीय कठिनाई का सामना कर रहे हैं और यही कारण है कि उनके दोस्तों ने उनके लिए फंडरेजर भी लॉन्च कर दिया है। अपने कई साथियों के विपरीत, 1970 और 80 के दशक में चैपल ने ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट यात्रा में शानदार योगदान दिया लेकिन उन्होंने रिटायरमेंट के बाद फंडरेजर कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया था।
87 टेस्ट मैचों में 24 शतकों के साथ एक प्रभावशाली करियर के बावजूद, चैपल को उन वित्तीय लाभों का आनंद नहीं मिला जो आज के खिलाड़ियों को मिलता है। पूर्व क्रिकेटरों के विलासितापूर्ण जीवन जीने की धारणाओं के विपरीत, चैपल ने कहा कि उनके युग के कई खिलाड़ियों के साथ ऐसा नहीं है। हालांकि, चैपल ने news.com.au को ये भी साफ कर दिया कि वो किसी भी वित्तीय परेशानी में नहीं हैं।
उन्होंने कहा, "मैं वित्तीय परेशानी में नहीं हूं। मैं नहीं चाहता कि ऐसा लगे कि हम एक हताश स्थिति में हैं, क्योंकि हम नहीं हैं। लेकिन हम विलासितापूर्ण जीवन भी नहीं जी रहे हैं। लोग अक्सर मानते हैं कि हमारे जैसे क्रिकेटर विलासिता में रहते हैं। हालांकि मैं संघर्ष नहीं कर रहा हूं, लेकिन हम आज के खिलाड़ियों के समान सुविधाओं का आनंद नहीं ले रहे हैं।''