5 कप्तानी मास्टरस्ट्रोक जिसने IPL के इतिहास में गौतम गंभीर को कर दिया अमर
गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) की कप्तानी में केकेआर ने 2012 और 2014 में आईपीएल का खिताब अपने नाम किया था। गौतम गंभीर ने कप्तानी में ये 5 मास्टर स्ट्रोक चले थे।
शाहरुख खान की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने आईपीएल की शुरुआत में अपने प्रदर्शन से सभी को बेइंतहा निराश किया था। लेकिन, टीम के कप्तान के रूप में जब गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) की नियुक्ति हुई तब उनकी किस्मत बदल गई और उन्होंने 2 आईपीएल खिताब जीते। तब से लेकर आज तक केकेआर की टीम केवल 2 ही आईपीएल जीत पाई है। गौतम गंभीर द्वारा कप्तानी के कुछ मास्टरस्ट्रोक जिनके चलते केकेआर ने 2012 और 2014 में आईपीएल का खिताब जीता आइए उनपर नजर डालते हैं।
सुनील नारायण को ओपनर बनाना: आईपीएल के इतिहास के दिग्गज खिलाड़ी सुनील नारायण गौतम गंभीर की कप्तानी में ही ओपनर बने थे। जब नारायण ने गौतम गंभीर की कप्तानी में बल्लेबाजी की शुरुआत की तो इसने न केवल उनके प्रदर्शन बल्कि टीम की सफलता के लिए भी अद्भुत काम किया। गौतम गंभीर ने अलग-अलग परिस्थितियों में सुनील नारायण का जो इस्तेमाल किया वो एक मास्टर स्ट्रोक फैसला था।
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आईपीएल 2012 फाइनल में मनविंदर बिस्ला की एंट्री: कोलकाता नाइट राइडर्स की पहली आईपीएल जीत साल 2012 में हुई। टूर्नामेंट के फाइनल मैच के दौरान गौतम गंभीर ने जो फैसले लिए उसने केकेआर की काया पलट कर दी। फाइनल मैच में गौतम गंभीर ने ब्रेंडन मैकुलम की जगह मनविंदर बिस्ला को टीम में बतौर ओपनर शामिल किया। मनविंदर बिस्ला की 48 गेंदों में 89 रनों की पारी ने सुनिश्चित किया कि ये गौतम गंभीर का मास्टर स्ट्रोक था।
जैक्स कैलिस और शाकिब अल हसन की टीम में एंट्री: जब गौतम गंभीर को टीम का कप्तान बनाया गया तब उन्होंने शाकिब अल हसन और जैक्स कैलिस को टीम में लाया। ये फैसला मास्टर स्ट्रोक साबित हुआ और केकेआर को मिली जीत में इन दोनों खिलाड़ियों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
नई टीम बनाकर गौतम गंभीर ने लिया बड़ा फैसला: टूर्नामेंट के 2014 सीज़न से पहले गौतम गंभीर ने मास्टर स्ट्रोक चलते हुए केकेआर टीम को पूरी तरह से बदल दिया। फ्रेंचाइजी ने केवल उन्हें और सुनील नारायण को रिटेन किया। नीलामी में उन्होंने कोर प्लेयर जैसे यूसुफ पठान, शाकिब अल हसन और मनविंदर बिस्ला को फिर से खरीदा वहीं इनके साथ ही टीम में मनीष पांडे, रॉबिन उथप्पा, पीयूष चावला और क्रिस लिन की एंट्री हुई।
आंद्रे रसेल का सही तरीके से इस्तेमाल करना: गौतम गंभीर का एक मास्टरस्ट्रोक था जिसने आंद्रे रसेल को बीस्ट बनाया। एक खिलाड़ी के रूप में आंद्रे रसेल को मिली सफलता के पीछे गौतम गंभीर का भरपूर हाथ है। आंद्रे रसेल का बल्लेबाजी और गेंदबाजी में सही तरह से इस्तेमाल करना गौतम गंभीर के दिमाग की उपज ही माना जा सकता है।
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