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विराट के साथ लड़ाई पर पहली बार बोले गंभीर, कहा- 'नवीन सही था तो मैंने उसका साथ दिया'

आईपीएल 2023 में विराट कोहली के साथ हुई लड़ाई के बारे में अब गौतम गंभीर ने खुलकर बात की है। गंभीर का मानना है कि उस दौरान उनकी टीम के साथी नवीन उल हक सही थे इसीलिए उन्होंने उनका साथ

Shubham Yadav
By Shubham Yadav June 12, 2023 • 12:47 PM
विराट के साथ लड़ाई पर पहली बार बोले गंभीर, कहा- 'नवीन सही था तो मैंने उसका साथ दिया'
विराट के साथ लड़ाई पर पहली बार बोले गंभीर, कहा- 'नवीन सही था तो मैंने उसका साथ दिया' (Image Source: Google)
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आईपीएल 2023 में वैसे तो कई ऐसी घटनाएं देखने को मिली जिन्होंने काफी सुर्खियां बटोरी लेकिन रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) और लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) के बीच हुए मुकाबले के दौरान विराट कोहली और गौतम गंभीर के बीच जो घटना देखने को मिली उसने क्रिकेट फैंस का मनोरंजन तो किया लेकिन ये घटना ऐसी थी जिसे शायद फैंस दोबारा नहीं देखना चाहेंगे।

आरसीबी के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली और लखनऊ सुपर जायंट्स के मेंटोर गौतम गंभीर मैच खत्म होने के बाद आपस में भिड़ गए थे और साथी खिलाड़ियों को बीच में आकर बचाव करना पड़ा था। इस घटना में अफगानिस्तान के तेज गेंदबाज नवीन उल हक भी शामिल थे। इस घटना के बाद अब गौतम गंभीर ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए पहला रिएक्शन दिया है।

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News18 के साथ एक साक्षात्कार में, गंभीर ने कोहली के साथ अपनी लड़ाई और भारत के पूर्व कप्तान एमएस धोनी के साथ संबंधों पर बात की। गंभीर ने कहा, 'देखिए, आमतौर पर मैं अपने रिश्तों के बारे में नहीं बताता। ये सवाल मुझसे एमएस धोनी के बारे में भी पूछा गया था। एमएस धोनी के साथ मेरे संबंध कैसे हैं? मेरा एमएस धोनी के साथ वही रिश्ता है जो विराट कोहली के साथ है।'

आगे बोलते हुए गंभीर ने कहा, 'विराट कोहली, एमएस धोनी या किसी अन्य खिलाड़ी के साथ मेरी लड़ाई व्यक्तिगत नहीं है। मेरी लड़ाई मैदान तक ही सीमित है। हम दोनों जीतना चाहते हैं और ये मैदान पर ही रहना चाहिए। नवीन (नवीन उल हक) सही था तो मैंने उसका साथ दिया। बात सिर्फ नवीन की नहीं है जो भी सही होगा मैं उसका साथ ही दूंगा।'

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गंभीर ने अपनी बात खत्म करते हुए कहा, 'देखो, क्रिकेट के मैदान पर मेरे कई झगड़े हुए हैं। ऐसा नहीं है कि मैंने कभी लड़ाई नहीं की। मैंने हमेशा ये सुनिश्चित किया है कि उन झगड़ों और तर्कों को क्रिकेट के मैदान पर ही रहने दिया जाए। तर्क दो लोगों के बीच था और इसे क्रिकेट के मैदान के भीतर रहना चाहिए न कि इसके बाहर। बहुत से लोगों ने बहुत कुछ कहा। बहुत सारे लोगों ने टीआरपी के लिए इंटरव्यू की मांग की जैसे उन्होंने मुझसे स्पष्टीकरण मांगा। जो बात दो लोगों के बीच हुई है उसे स्पष्ट करने की जरूरत नहीं है।'


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