हरमनप्रीत कौर,स्मृति मंधाना कोच रमेश पवार के समर्थन में उतरी,BCCI से की ये मांग
नई दिल्ली, 4 दिसम्बर (CRICKETNMORE)| भारतीय महिला क्रिकेट टीम की दो सबसे अनुभवी और वरिष्ठ खिलाड़ी हरमनप्रीत कौर तथा स्मृति मंधाना ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से ई-मेल के जरिए कोच रमेश...
नई दिल्ली, 4 दिसम्बर (CRICKETNMORE)| भारतीय महिला क्रिकेट टीम की दो सबसे अनुभवी और वरिष्ठ खिलाड़ी हरमनप्रीत कौर तथा स्मृति मंधाना ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से ई-मेल के जरिए कोच रमेश पवार को उनके पद पर बरकरार रखने की अपील की है। वेबसाइट 'ईएसपीएन' की रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई द्वारा नए मुख्य कोच के लिए विज्ञापन जारी किए जाने के कुछ दिनों बाद मंधाना और हरमनप्रीत ने यह अपील की है।
मंधाना और हरमनप्रीत ने बोर्ड को ई-मेल के जरिए कहा कि वह कोच पवार को उनके पद पर बरकरार देखना चाहते हैं। 2020 टी-20 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए पवार का टीम के साथ कोच के रूप में बने रहना जरूरी है।
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उल्लेखनीय है कि 30 नवम्बर को कोच पवार का भारतीय टीम के साथ करार समाप्त हो गया लेकिन उनके करार में सकारात्मक मूल्यांकन के तहत वह करार में एक साल विस्तार किए जाने के काबिल थे। बावजूद इसके बीसीसीआई ने नए कोच के लिए विज्ञापन जारी कर दिया। नए कोच के लिए इंटरव्यू की तारीख 20 दिसम्बर तय की गई है।
ऐसे में मंधाना और हरमनप्रीत ने अलग-अलग ई-मेल के जरिए बोर्ड से पवार को उनके पद पर बनाए रखने की अपील की है, क्योंकि उनका कहना है कि पवार के चले जाने से टीम का विकास प्रभावित होगा।
दोनों ने अपने ई-मेल प्रशासकों की समिति (सीओए), बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी, महिला क्रिकेट टीम के प्रमुख सबा करीम के साथ भी साझा किए हैं। इसके साथ इन ई-मेल की एक प्रतिलिपि भारतीय महिला टीम की प्रबंधक तृप्ति भट्टाचार्य और राष्ट्रीय चयन समिति की सदस्य सुधा शाह को भी भेजी गई है।
गौरतलब है कि पवार हाल ही में भारतीय महिला टीम की अनुभवी बल्लेबाज मिताली राज के विवाद में भी फंसे हैं। इस साल हुए टी-20 विश्व कप सेमीफाइनल के लिए भारत की अंतिम एकादश में मिताली को शामिल न किए जाने के कारण एक विवाद खड़ा हुआ और इसके बाद मिताली ने खुद पवार पर उनके करियर को समाप्त करने के आरोप लगाए।
ऐसे में इस मामले को भी अपने ई-मेल में संबोधित करते हुए हरमनप्रीत ने कहा, "पवार इस फैसले के लिए अकेले जिम्मेदार नहीं थे। यह फैसला क्रिकेट के तथ्यों और पिछले मैचों के प्रदर्शन के आधार पर लिया गया था। सुधा, स्मृति, कोच पवार और मैंने सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया कि हमें आस्ट्रेलिया के खिलाफ ग्रुप स्तर पर जीत हासिल करने वाली टीम के साथ ही सेमीफाइनल मैच भी खेलना चाहिए। यह निजी नहीं बल्कि टीम के हित में लिया गया फैसला था।"
हरमनप्रीत ने कहा, "अगले टी-20 विश्व कप के आयोजन में मुश्किल से 15 माह का समय रह गया है और टीम के आगे न्यूजीलैंड दौरा भी है। जिस प्रकार से पवार ने भारतीय महिला टीम का विकास किया है। ऐसे में मुझे उन्हें कोच पद से हटाने का कोई कारण नहीं नजर आता। टीम का समन्वय उनके साथ अच्छा है।"
मंधाना ने अपने ई-मेल में कहा, "पवार ने खिलाड़ियों के इरादे बदले हैं और उन्हें मैदान पर बिना किसी दबाव के प्रदर्शन करने का आत्मविश्वास भी दिया है। वह हर खिलाड़ी के साथ जुड़े हुए हैं। उन्होंने हर खिलाड़ी को यह भरोसा दिलाया है कि वह एक मैच की विजेता से कम नहीं है।"
भारतीय महिला टी-20 की उप-कप्तान मंधाना ने कहा कि टीम के विकास के लिए सभी का एक साथ होना और सभी दूरियों को जल्द से जल्द खत्म किया जाना जरूरी है।