Advertisement
Advertisement
Advertisement

विराट कोहली ने बताया अपना सबसे बड़ा सपना,भारत को टेस्ट में इस मुकाम पर ले जाने की है चाहत

एडिलेड, 16 जनवरी (CRICKETNMORE)| भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि उनकी ख्वाहिश टेस्ट प्रारूप में भारत को महाशक्ति (सुपरपावर) बनाने की है। कोहली ने साथ ही कहा कि उनके लिए टेस्ट क्रिकेट हमेशा...

Advertisement
Virat Kohli
Virat Kohli (Twitter)
Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
Jan 16, 2019 • 06:12 PM

एडिलेड, 16 जनवरी (CRICKETNMORE)| भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि उनकी ख्वाहिश टेस्ट प्रारूप में भारत को महाशक्ति (सुपरपावर) बनाने की है। कोहली ने साथ ही कहा कि उनके लिए टेस्ट क्रिकेट हमेशा प्राथमिकता रहेगी और अगर भारतीय क्रिकेट में इसे सम्मान मिलता है तो क्रिकेट का यह प्रारूप हमेशा शीर्ष पर रहेगा। 

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
January 16, 2019 • 06:12 PM

कोहली की कप्तानी में ही भारत ने पहली बार आस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीती है। भारत ने आस्ट्रेलिया को उसके घर में चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से मात दी है। 

Trending

कोहली ने स्टार स्पोटर्स से बात करते हुए कहा, "मैं इसे लक्ष्य नहीं बल्कि विजन कहूंगा। मैं भारत को टेस्ट क्रिकेट में सुपरपावर बनते देखना चाहता हूं और आने वाले दिनों में भारत को टेस्ट में सबसे मजबूत टीम बनते देखना चाहता हूं। मुझे लगता है कि भारतीय क्रिकेट टेस्ट क्रिकेट का सम्मान करती है और भारतीय खिलाड़ी भी इसे इज्जत देते हैं तो टेस्ट क्रिकेट हमेशा शीर्ष पर रहेगी।"

कोहली ने कहा, "शॉर्ट फार्मेट क्रिकेट की लोकप्रियता के लिए जरूरी हैं लेकिन सिर्फ उन्हीं पर ध्यान दिया जाता है और उनका नाम लेकर टेस्ट क्रिकेट से बचने की कोशिश की जाती है तो आने वाले खिलाड़ियों को दिक्कत हो सकती है।"

कोहली ने अपने और कोच रवि शास्त्री के रिश्ते पर भी खुलकर बात की और कहा कोच हमेशा पूरी ईमानदारी से उनके सामने बात रखते हैं। 

कोहली ने कहा, "2014 में जब से शास्त्री आए हैं तब से वह मुझे पूरी ईमानदारी फीडबैक देते हैं। मुझे याद है कि जब इंग्लैंड के खिलाफ मैंने एक ही मैच में शतक और अर्धशतक जमाया था तब उन्हें मुझसे कहा था कि कि तुम्हारी बल्लेबाजी के बारे में मुझे कुछ नहीं कहना, लेकिन कप्तानी के बारे में हमें बात करनी होगी कि कैसे खिलाड़ियों से उनका सर्वश्रेष्ठ निकाला जाए। इससे मुझे काफी फर्क पड़ा क्योंकि मैं जानता हूं कि कई बार आप जितना सोचते हो कप्तानी में उससे कई ज्यादा देना होता है।" 
 

Advertisement

Advertisement