'आपका बुरा समय कभी स्थायी नहीं होता', 5 बातें जो विराट कोहली की पारी से चाहिए सीखनी
विराट कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ सुपर-12 के चौथे मुकाबले में नाबाद 82 रनों की पारी खेली। विराट कोहली की इस पारी के बाद IAS officer अवनीश शरण (Awanish Sharan) ने रिएक्शन दिया है।
23 अक्टूबर को पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए मुकाबले में विराट कोहली ने गजब की बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 82 रनों की पारी खेली। विराट कोहली द्वारा खेली गई इस पारी ने सभी को प्रभावित किया और चारों दिशाओं से एक सुर में किंग कोहली के इस नॉक की तारीफ हो रही है। विराट कोहली के बल्ले से ये रन तब निकले जब भारत की हार लगभग-लगभग सुनिश्चित थी। विराट कोहली के इस प्रदर्शन के बाद सोशल मीडिया पर काफी पॉपुलर रहने वाले IAS officer अवनीश शरण (Awanish Sharan) ने रिएक्शन दिया है।
अवनीश शरण ने ट्वीट कर उनक 5 बातों का जिक्र किया है जो किसी को भी विराट कोहली की पारी से सीखना चाहिए-
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1) आपका बुरा समय कभी स्थायी नहीं होता: विराट कोहली लंबे समय तक आउट ऑफ फॉर्म थे। एशिया कप 2022 और टी-20 वर्ल्ड कप के पहले मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने जिस तरह से बल्लेबाजी की वो इस बात पर मुहर लगाता है कि बुरा समय कभी भी स्थायी नहीं होता।
2) सिर्फ़ अपने परफ़ॉर्मेंस से ही जवाब दिया जा सकता: विराट कोहली आउट ऑफ फॉर्म होने से पहले इंटरनेशल क्रिकेट में 70 शतक लगा चुके थे। बावजूद इसके उनके जैसे दिग्गज बैटर ने भी अपने परफ़ॉर्मेंस से ही जवाब देकर आलोचकों का मुंह बंद किया है।
3) अंतिम समय तक अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखना: टीम इंडिया को लास्ट 2 बॉल पर 2 रनों की जरूरत थी लेकिन, फिर भी विराट कोहली को अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखते हुए देखा गया। जब टीम इंडिया जीती फिर किंग कोहली का रिएक्शन देखते बनता था। ऐसे में अंतिम समय तक अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखना ये विराट कोहली की पारी से अच्छी सीख है।
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4) लोगों की याददाश्त बहुत छोटी होती है: कल तक विराट कोहली को टी-20 टीम से बाहर करने वाले आज उनके गुणगान कर रहे हैं। ऐसे में विराट की ये पारी इस बात को भी साबित करती है कि वाकई लोगों की याददाश्त बहुत छोटी होती है।
#ViratKohli की पारी से सीख:
— Awanish Sharan (@AwanishSharan) October 24, 2022
1. आपका बुरा समय भी स्थायी नहीं है
2. सिर्फ़ अपने परफ़ॉर्मेंस से ही जवाब दिया जा सकता
3. अंतिम समय तक अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखना
4. लोगों की याददाश्त बहुत छोटी होती है
5. जब आत्मविश्वास बढ़ता है तो कठिन परिस्थिति भी आसान लगती है
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5) जब आत्मविश्वास बढ़ता है तो कठिन परिस्थिति भी आसान लगती है: 31 पर 4 आउट होने के बाद शायद ही किसी टीम ने इस तरह की वापसी की हो। विराट कोहली का आत्मविश्वास ही था जिसने कठिन परिस्थितियों को आसान बना दिया और टीम इंडिया ने हारा हुआ मैच जीत लिया।