भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज 2-0 से जीत ली लेकिन इस दौरे पर टीम मैनेजमेंट ने एक ऐसा फैसला लिया था जिसने कई प्रशंसकों और पूर्व क्रिकेटर्स को हैरान कर दिया था। कुलदीप यादव ने बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार हासिल किया था लेकिन इसके बावजूद उन्हें दूसरे टेस्ट की प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया था।
इस स्पिनर ने पहले टेस्ट में आठ विकेट चटकाने के अलावा बल्ले से भी 40 रनों का बहुमूल्य योगदान दिया था लेकिन इसके बावजूद उन्हें बाहर बैठना पड़ा। उस मैच से कुलदीप के ड्रॉप होने पर कुलदीप के कोच कपिल पांडे का रिएक्शन भी सामने आया है। जिस समय ये फैसला लिया गया उस समय कुलदीप के कोच को विश्वास नहीं हो रहा था कि बल्ले और गेंद दोनों से योगदान देने के बावजूद कुलदीप टीम से बाहर हो गया।
स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ बातचीत के दौरान कपिल पांडे ने कहा,"कुलदीप समय के साथ बहुत अधिक धैर्यवान हो गया है। शुरू में, मुझे इस बच्चे के बारे में बहुत चिंता होती थी, जब उसे योग्य मौके नहीं मिलते थे। उसके नाम दो वनडे हैट्रिक हैं, भारत ए के लिए एक हैट्रिक और भारत ए के लिए U19 विश्व कप में भी हैट्रिक है। मैन ऑफ द मैच होने के बावजूद, जब उन्हें दूसरे टेस्ट में ड्रॉप किया गया, तो मुझे नहीं पता था कि उन्हें कैसे दिलासा दूं क्योंकि मैं खुद आंसू बहा रहा था। लेकिन जिस तरह से उन्होंने मुझे धैर्य रखने और विश्वास बनाए रखने के लिए कहा वो ये दर्शाता है कि वो कितना परिपक्व हो गया है।"