गौरव यादव, वो सितारा जिसे क्रिकेट खेलने के लिए छोड़ना पड़ा मध्यप्रदेश; ये है MPCA की काली सच्चाई
गौरव यादव पहले मध्य प्रदेश के लिए रणजी खेला करते थे, लेकिन फिर MP के कोच चंद्रकांत पंडित और MPCA के साथ गौरव की कुछ ऐसी अनबन हुई है कि अब ये तेज गेंदबाज़ मध्य प्रदेश को छोड़कर पुडुचेरी के
भारत में घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी खेला जा रहा है जिसके 17वें मुकाबले में पुडुचेरी ने दिल्ली को 9 विकेट से हराकर बड़ा उलटफेर किया। पुडुचेरी की इस जीत में टीम के स्टार गेंदबाज़ गौरव यादव का बड़ा योगदान रहा क्योंकि उन्होंने पहली इनिंग में 7 विकेट चटकाए, वहीं दूसरी इनिंग में टीम के लिए 3 विकेट झटके। आपको बता दें कि गौरव यादव पहले मध्य प्रदेश के लिए रणजी खेला करते थे और साल 2022 में उन्होंने अपनी टीम को चैंपियन बनाने में अहम योगदान दिया था। लेकिन फिर MP के कोच चंद्रकांत पंडित और मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के साथ गौरव की कुछ ऐसी अनबन हुई है कि अब ये तेज गेंदबाज़ मध्य प्रदेश को छोड़कर पुडुचेरी के लिए खेल रहा है।
गौरव ने उठाया MPCA की काली सच्चाई से पर्दा
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गौरव यादव ने अपना दिल खोला है और मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने उनके साथ क्या-क्या गलत किया इसके बारे में बताया है। गौरव ने खुलासा किया है कि उनके लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद उन्हें MP की वॉइट बॉल टीम में नहीं चुना जाता था। इतना ही नहीं, जब आईपीएल टीम सीएसके ने उन्हें नेट बॉलर के तौर पर जुड़ने का ऑफर दिया तब एसोसिएशन ने उन्हें सीएसके के साथ जुड़ने की अनुमति नहीं दी।
वह बोले, 'मैंने 2019-20 विजय हजारे ट्रॉफी में नौ मैचों में 23 विकेट चटकाए थे। लेकिन अगले सीजन उन्होंने मुझे वॉइट बॉल क्रिकेट की किसी स्क्वॉड में शामिल नहीं किया। सीएसके ने मुझे साल 2021 में कई बार बुलाया, वे चाहते थे कि मैं नेट बॉलर के तौर पर उनके साथ यूएई जाऊं, लेकिन एसोसिएशन ने मुझे इसकी अनुमति नहीं दी। इतना ही नहीं, सीएसके ने उन्हें मेल लिखा लेकिन एसोसिएशन ने कहा कि मैं उपलब्ध नहीं हूं। मैंने सीएसके को मना कर दिया। वे मुझे ट्रायल के लिए भी नहीं जाने देते थे।'