'दो कैच छोड़ने के बाद भी धोनी को मैन ऑफ द मैच दे दिया था', 10 साल बाद सईद अजमल का सनसनीखेज दावा
पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर सईद अजमल ने हाल ही में एक इंटरव्यू दिया है जिसमें वो कई सनसनीखेज खुलासे कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने धोनी को लेकर भी एक बात कही है जो फैंस को पसंद नहीं आ रही
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर्स लाइमलाइट में आने के लिए भारतीय खिलाड़ियों को लेकर अक्सर विवादित बयान देते रहते हैं। अब ऐसा ही कुछ पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर सईद अजमल ने किया है। अजमल ने एमएस धोनी को लेकर एक ऐसा बयान दिया है जो धोनी के फैंस को बिल्कुल पसंद नहीं आ रहा है। अजमल ने 10 साल पहले हुई एक घटना का जिक्र करते हुए कहा है कि धोनी ने दो कैच छोड़े थे और 18 रन बनाए थे लेकिन इसके बावजूद मुझे दरकिनार करके उन्हें मैन ऑफ द मैच दिया गया।
एमएस धोनी ने 350 वनडे मैचों में से केवल 21 बार प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार जीता है। इसमें एक मैन ऑफ द मैच पाकिस्तान के खिलाफ भी शामिल है जो धोनी को पाकिस्तान के खिलाफ 2012 वनडे सीरीज के दौरान तीसरे वनडे में मिला था। हालांकि, पूर्व पाकिस्तान स्पिनर सईद अजमल को लगता है कि दिसंबर 2012 में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए तीसरे वनडे में धोनी प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार जीतने के लायक नहीं थे।
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अजमल ने नादिर अली पॉडकास्ट पर बोलते हुए कहा, "मुझे लगता है कि ये मेरी बुरी किस्मत थी। मैंने तीसरे वनडे में भारत को 175 रन पर आउट कर दिया था। ये भारत में खेली गई मेरी एकमात्र सीरीज थी। हमने पहले दो मैच जीते और मैंने दोनों में अच्छी गेंदबाजी की। तीसरे वनडे में, मैंने पांच विकेट लिए जो अभी भी मेरा सर्वश्रेष्ठ वनडे प्रदर्शन है। 175 क्या है? लेकिन एमएस धोनी ने कुछ 18 रन बनाए और दो कैच भी छोड़े और मुझसे मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार छीन लिया। ये अनुचित है। मैन ऑफ द मैच का मतलब क्या है? जिस व्यक्ति ने मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है उसे इसे जीतना चाहिए, है ना? लेकिन चूंकि भारत ने मैच जीता, उन्होंने कैच छोड़ने के लिए धोनी को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दे दिया।"
अजमल, जो अपने करियर में एक समय दुनिया के नंबर 1 रैंक वाले वनडे और टी-20 गेंदबाज थे, ने आश्चर्यजनक रूप से अपने करियर में कभी मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार नहीं जीता है। अजमल ने 113 मैचों के वनडे करियर में दो बार पांच विकेट लिए जिनमें से एक उस मैच में आया था। हालांकि, अजमल ने जो आंकड़े बताए हैं उनमें थोड़ा सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने उस मैच में 25 रन देकर 5 विकेट हासिल किए थे लेकिन भारत 167 रन पर आउट हो गया था और धोनी 36 रनों के साथ भारत के लिए टॉप स्कोरर रहे थे।
एक और बात जो अजमल से गलत हुई वो थी धोनी का कैच छोड़ना क्योंकि केवल एक ही मुश्किल मौका था जिसे धोनी पकड़ नहीं सके थे, जो कि रवींद्र जडेजा की गेंद पर था।