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VIDEO: 'दो बार बाउंड्री रोप पर पैर लगा' संजू सैमसन को आउट दिए जाने पर सिद्धू ने काटा बवाल

दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मैच में संजू सैमसन को जिस तरह से आउट दिया गया उसे लेकर अलग-अलग एक्सपर्ट्स की अपनी-अपनी राय है लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू ने साफ कहा है कि सैमसन नॉटआउट थे।

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VIDEO: 'दो बार बाउंड्री रोप पर पैर लगा' संजू सैमसन को आउट दिए जाने पर सिद्धू ने काटा बवाल
VIDEO: 'दो बार बाउंड्री रोप पर पैर लगा' संजू सैमसन को आउट दिए जाने पर सिद्धू ने काटा बवाल (Image Source: Google)
Shubham Yadav
By Shubham Yadav
May 08, 2024 • 02:20 PM

आईपीएल 2024 (IPL 2024) के 56वें मैच में दिल्ली कैपिटल्स ने राजस्थान रॉयल्स को 20 रन हरा दिया। इस मैच में राजस्थान की हार से ज्यादा संजू सैमसन को आउट दिए जाने को लेकर बवाल मचा। संजू को आउट दिए जाने के बाद अब अलग-अलग क्रिकेट एक्सपर्ट्स अपनी-अपनी राय दे रहे हैं और इसी कड़ी में नवजोत सिंह सिद्धू ने साफ कहा है कि सैमसन नॉटआउट थे।

Shubham Yadav
By Shubham Yadav
May 08, 2024 • 02:20 PM

दिल्ली के खिलाफ मैच में सैमसन अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन पारी के 16वें ओवर में शाई होप ने बाउंड्री लाइन पर एक शानदार कैच पकड़कर उनकी पारी का अंत कर दिया। हालांकि, होप कैच पकड़ते समय बाउंड्री रोप के काफी करीब थे और कुछ लोगों का मानना है कि थर्ड अंपायर को रिप्ले और अच्छे से देखना चाहिए था क्योंकि शायद होप का पांव बाउंड्री रोप को छू रहा था लेकिन अंपायर ने सिर्फ एक मिनट में ही फैसला सुना दिया और संजू को आउट करार दे दिया।

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अब सिद्धू ने स्टार स्पोर्ट्स पर बोलते हुए साफ कह दिया कि होप का पैर एक बार नहीं बल्कि दो बार रोप पर छूआ था। उन्होंने कहा, “जिस फैसले ने खेल बदल दिया वो संजू सैमसन का आउट होना था। मतभेद हो सकते हैं, लेकिन यदि आप साइड-ऑन कोण को देखें, तो वो बाउंड्री को दो बार छूता है। ये बिल्कुल स्पष्ट था या तो आप तकनीक का उपयोग नहीं करते हैं या यदि आप इसका उपयोग कर रहे हैं और तकनीक गलती कर रही है, तो ये ऐसा है जैसे दूध में मक्खी है और कोई आपसे इसे पीने के लिए कहता है।”

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आगे बोलते हुए सिद्धू ने कहा, “यही कारण है कि मैं कोहली के बारे में (केकेआर के खिलाफ उनके आउट होने पर, जिससे संभावित नो-बॉल पर विवाद खड़ा हो गया था) कहता रहा। जो भी नियम हो, आप उसे आंखों से देख सकते हैं। कुछ सबूत इतने मजबूत होते हैं कि उन पर विश्वास नहीं किया जा सकता। ये एक गिलास दूध में मक्खी ढूंढने जैसा है। अंपायर ने जानबूझकर ऐसा नहीं किया, इसमें किसी की गलती नहीं है। ये खेल का हिस्सा है लेकिन इससे खेल बदल गया।”

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