टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा कमेंटेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए भारतीय टीम में पांच स्पिनरों के चयन पर सवाल उठाए हैं। सिद्धू ने कहा कि किसी भी बड़े टूर्नामेंट में अब तक किसी टीम ने इतनी स्पिन-भारी बॉलिंग यूनिट नहीं चुनी है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत के ग्रुप स्टेज में न्यूज़ीलैंड जैसे विरोधी हैं, जिनके पास रचिन रविंद्र, टॉम लैथम और डेवोन कॉनवे जैसे बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। ऐसे में ऑफ-स्पिनर की जरूरत होगी।
सिद्धू ने JioHotstar के 'Greatest Rivalry Returns' शो में बात करते हुए कहा, "इतिहास में कभी भी किसी टीम ने पांच स्पिनर्स को नहीं चुना, और इसकी एक वजह है। चैंपियंस ट्रॉफी में कोई सेकंड चांस नहीं मिलता। अगर आप भारत के ग्रुप की बात करें तो न्यूज़ीलैंड के पास तीन लेफ्टी बैट्समैन हैं—कॉनवे, रचिन और लैथम। इनके खिलाफ ऑफ-स्पिनर की जरूरत पड़ेगी।"
उन्होंने 1983 विश्व कप का ज़िक्र करते हुए कहा कि उस समय मदन लाल और रोजर बिन्नी जैसे ऑलराउंडर्स ने भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने मौजूदा भारतीय टीम को लेकर कहा कि रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल और वॉशिंगटन सुंदर ऑलराउंडर हैं, जबकि कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती स्पेशलिस्ट स्पिनर हैं। सिद्धू ने पिच कंडीशंस पर भी बात करते हुए कहा, "दुबई को हल्के में मत लो, यह शारजाह नहीं है। यहां की परिस्थितियां पूरी तरह अलग हैं।"