2020/21 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत की 2-1 टेस्ट सीरीज़ जीत आज भी भारतीय फैंस की यादों में तरोताज़ा है। इस जीत को देश की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक माना जाता है। पहले टेस्ट के बाद कप्तान विराट कोहली भारत लौट आए थे और उसके बाद अजिंक्य रहाणे की अगुवाई वाली टीम ने कंगारुओं को कड़ी टक्कर देते हुए चारों खाने चित्त कर दिया। इस दौरे में खिलाड़ी एक के बाद एक चोटिल होते रहे लेकिन टीम इंडिया में जिसे भी मौका मिला उसने देश के लिए लड़ने का कमाल का ज़ज्बा दिखाया।
तीन टेस्ट मैचों के बाद सीरीज का स्कोर 1-1 था और भारत को सीरीज जीतने के लिए ऑस्ट्रेलिया को उसके गढ़ ब्रिस्बेन यानि गाबा के मैदान पर हराना था। इस मैदान पर ऑस्ट्रेलिया 1988 के बाद से कोई भी टेस्ट नहीं हारा था। लेकिन ऋषभ पंत के अविश्वसनीय नाबाद 89, शुभमन गिल (91), चेतेश्वर पुजारा (56) की पारियों ने इस करिश्मे को अंज़ाम दिया और वाशिंगटन सुंदर के 22 रनों ने ताबूत में आखिरी कील ठोकने का काम किया और भारत ने अंतिम टेस्ट में 329 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल करके सीरीज 2-1 से जीत ली।
हालांकि, इस शानदार जीत के एक साल बाद, भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने एक बहुत बड़ा खुलासा किया है। अश्विन ने खुलासा किया है कि तत्कालीन मुख्य कोच रवि शास्त्री गाबा टेस्ट में ड्रॉ चाहते थे। अश्विन ने चेज में पंत के आक्रामक रवैये को याद करते हुए खुलासा किया कि ड्रेसिंग रूम इस बात को लेकर असमंजस की स्थिति में था कि टीम जीत के लिए जाए या ड्रॉ के लिए।