'अगर 7 महीने में दूसरा वर्ल्ड कप फाइनल हारे, तो रोहित शर्मा बारबाडोस के समुद्र में कूद जाएंगे'
सौरव गांगुली ने रोहित शर्मा को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी-20 वर्ल्ड कप फाइनल से पहले कहा है कि वो सात महीने में दूसरा फाइनल नहीं हार सकते।
भारतीय क्रिकेट टीम 7 महीने के अंदर अपना दूसरा वर्ल्ड कप फाइनल खेलने जा रही है। वनडे वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में हार के बाद अब भारतीय फैंस को उम्मीद है कि भारतीय टीम साउथ अफ्रीका को टी-20 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल में हराकर आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को खत्म करेगी। रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया जिस तरह से खेल रही है उसे देखकर ऐसा लगता है कि साउथ अफ्रीका को फाइनल में मात देना ज्यादा मुश्किल नहीं होना चाहिए।
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को भी पूरी उम्मीद है कि रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया वर्ल्ड कप ट्रॉफी के सूखे को खत्म कर देगी। गांगुली ने ये भी कहा कि अगर रोहित शर्मा 7 महीने के अंदर दूसरी बार वर्ल्ड कप फाइनल जीतने में असफल होते हैं तो शायद वो बारबाडोस के समुद्र में कूद जाएंगे।वीडोल के ब्रांड एंबेसडर के रूप में चुने जाने के बाद गांगुली ने रोहित की तारीफ करते हुए कहा, "मैं रोहित शर्मा के लिए बहुत खुश हूं। जीवन एक चक्र है। छह महीने पहले वो मुंबई इंडियंस का कप्तान भी नहीं था और वही व्यक्ति अब भारत को वर्ल्ड कप फाइनल में अजेय पहुंचा रहा है।"
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पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष ने ये भी खुलासा किया कि विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने के बाद रोहित कप्तानी की भूमिका निभाने के लिए अनिच्छुक थे। रोहित को कप्तान बनाने के लिए काफी मनाने की जरूरत पड़ी। दादा ने आगे बोलते हुए कहा, "उन्होंने दो वर्ल्ड कप फाइनल खेले हैं, जहां वो बिना हारे फाइनल में पहुंचे हैं। ये उनकी कप्तानी और नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है और मुझे आश्चर्य नहीं है, क्योंकि वो तब कप्तान बने थे, जब मैं बीसीसीआई अध्यक्ष था और जब विराट भारत की कप्तानी नहीं करना चाहते थे।"
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आगे बोलते हुए उन्होंने कहा, "उन्हें कप्तान बनाने में काफी समय लगा, क्योंकि वो कप्तान बनने के लिए तैयार नहीं थे। उन्हें कप्तान बनाने के लिए हम सभी ने काफी जोर दिया और मैं उनके नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट की प्रगति देखकर बहुत खुश हूं। मुझे नहीं लगता कि वो सात महीनों में दो वर्ल्ड कप फाइनल हार सकते हैं। अगर वो सात महीनों में अपनी कप्तानी में दो फाइनल हार जाते हैं तो वो शायद बारबाडोस के समुद्र में कूद जाएगा। उसने आगे बढ़कर नेतृत्व किया है, शानदार बल्लेबाजी की है और मुझे उम्मीद है कि ये कल भी जारी रहेगा। उम्मीद है कि भारत सही पक्ष पर समाप्त होगा और उन्हें स्वतंत्रता के साथ खेलना चाहिए। वो प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ टीम रहे हैं। मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं, मैं चाहता हूं कि वो जीतें। उम्मीद है कि कल उन्हें थोड़ी किस्मत मिलेगी क्योंकि बड़े टूर्नामेंट जीतने के लिए इसकी आवश्यकता होती है।"