VIDEO: रोहित ने दिया इंज़माम को करारा जवाब, बॉल टैंपरिंग के आरोप पर कहा- 'दिमाग खोलने की जरूरत'
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक को करारा जवाब देते हुए दिमाग खोलने की सलाह दी है।
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने भारतीय टीम पर गंभीर आरोप लगाते हुए ये बयान दिया कि टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले में गेंद से छेड़छाड़ की। इंजमाम ने आरोप लगाया कि पारी के 15वें ओवर में अर्शदीप सिंह की गेंद रिवर्स स्विंग हो रही है इसका मतलब है कि 12-13वें ओवर से ही गेंद के साथ छेड़छाड़ शुरू हो जाती है। उनके इस बयान से क्रिकेट जगत में काफी हल्ला मचा और अब उन्हें उनके इस बयान पर रोहित शर्मा ने करारा जवाब दिया है।
इंग्लैंड के साथ सेमीफाइनल मुकाबले से एक दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान टीम इंडिया के कप्तान रोहित से पूर्व पाकिस्तानी कप्तान के गंभीर आरोप के बारे में पूछा गया। उन्होंने इंजमाम के दावों को खारिज करते हुए उन्हें दिमाग खोलने की सलाह दे डाली। उन्होंने कहा, "अभी इसका क्या जवाब दूं मैं। यहां बहुत गर्मी है और पिचें सूखी हैं। अगर यहां रिवर्स स्विंग नहीं होगी, तो कहां होगी? हम इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया में नहीं खेल रहे हैं। सब टीमों का रिवर्स स्विंग हो रहा है सिर्फ हमारा नहीं हो रहा है। कई बार हमें दिमाग को खोलना भी जरूरी होता है।"
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रोहित के इस मज़ेदार जवाब का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है जिसे आप नीचे देख सकते हैं।
Rohit Sharma being Rohit Sharma.. pic.twitter.com/9bVy9Px7J9
— Nibraz Ramzan (@nibraz88cricket) June 27, 2024
इस दौरान रोहित शर्मा ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑस्ट्रेलियाई टीम को भी ट्रोल कर दिया। एक रिपोर्टर द्वारा पूछे गए सीधे से सवाल का जवाब देते हुए रोहित ने ऑस्ट्रेलिया पर भी चुटकी ले ली। रोहित ने कंगारू टीम को ट्रोल करते हुए कहा कि टूर्नामेंट में उनके लिए सबसे बड़ी उपलब्धि ये रही कि अब टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया नहीं है।
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इसके बाद रोहित ने अपने जवाब को डिटेल में बताते हुए कहा, "नहीं, देखिए, मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया एक बेहतरीन टीम है, इसमें कोई शक नहीं। शायद यही कारण है कि उन्होंने इतनी सारी चैंपियनशिप जीती हैं। लेकिन हमारे लिए, पिछले मैच में, मुझे लगता है कि हमने जिस आत्मविश्वास के साथ खेला, अपने बल्ले से, अपनी गेंद से, मुझे लगता है कि ये कुछ ऐसा है जिसे हम अपने साथ ले जा सकते हैं, गेंदबाजों का अपनी योजनाओं को अंजाम देने का आत्मविश्वास, बल्लेबाजों का मैदान पर जाकर अपना काम करने का आत्मविश्वास। इसलिए, मुझे लगता है कि ये हमारे लिए सबसे बड़ी बात थी और जब आप एक बेहतरीन टीम, शीर्ष टीम के खिलाफ खेलते हैं और जब आप इस तरह जीतते हैं, तो सब कुछ सही हो जाता है, इससे आपको बहुत आत्मविश्वास मिलता है और मुझे लगता है कि ये प्रारूप पूरी तरह से आत्मविश्वास पर आधारित है।"