T20I: छोड़ देनी चाहिए बाबर को कमान, अफरीदी बोले- 'ये 3 खिलाड़ी कर सकते हैं पाकिस्तान को लीड'
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी का मानना है कि बाबर आज़म को टी-20 फॉर्मेट में पाकिस्तान की कप्तानी छोड़कर अपनी बल्लेबाज़ी पर फोकस करना चाहिए।
बीते समय में पाकिस्तान के कप्तान बाबर आज़म को टी-20 फॉर्मेट में धीमी बल्लेबाज़ी करने के कारण काफी ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा है। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर्स का मानना है कि बाबर को टी-20 फॉर्मेट में सलामी बल्लेबाज़ी नहीं करनी चाहिए। टी-20 वर्ल्ड कप 2022 के फाइनल में मिली हार के बाद अब पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने भी बाबर आज़म पर अपनी राय रखी है। दरअसल शाहिद अफरीदी का मानना है कि बाबर आज़म को टी-20 फॉर्मेट से पाकिस्तान की कमान को छोड़ देना चाहिए।
पाकिस्तान के टीवी चैनल पर बातचीत करते हुए पूर्व क्रिकेटर ने अपना बयान दिया। वह बोले, 'बाबर को खुद अपने हवाले से फैसला लेना चाहिए। वो डिसीजन उनकी अपनी कप्तानी, टी-20 के हवाले से होना चाहिए। मैं समझता हूं कि बाबर को बैटिंग पर ज्यादा फोकस करना चाहिए। मेरा मानना है कि वह टेस्ट और वनडे क्रिकेट में टीम को लीड करें और टीम को आगे लेकर चले।'
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उन्होंने आगे कहा, 'टी-20 फॉर्मेट में मेरा मानना है कि एक कप्तान के रूप में किसी ओर को मौका दिया जाना चाहिए। किसी ओर को वहां लीड करना चाहिए। मैं बाबर का काफी सम्मान करता हूं। एक खिलाड़ी के तौर पर वह मुझे काफी पसंद है। मैं चाहता हूं कि बाबर पर कम से कम दबाव हो। वह टेस्ट और वनडे टीम को लीड करें, लेकिन टी-20 की जिम्मेदारी किसी ओर को दे दें। पाकिस्तान के पास ऐसे खिलाड़ी हैं। आपके पास शादाब हैं, रिज़वान हैं और शान मसूद भी हैं जो टीम को टी-20 फॉर्मेट में लीड कर सकते हैं।'
Shahid Afridi : Babar Azam should quit t20i captaincy and focus on his batting. We have other players who can lead T20i team like Shadab, Rizwan and even Shan. pic.twitter.com/hkZxI3duic
— Thakur (@hassam_sajjad) November 16, 2022
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टी-20 वर्ल्ड कप में किया था निराश: बड़े टूर्नामेंट में कप्तान बाबर आज़म ने पाकिस्तान की जनता को निराश किया था। इस साल टी-20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तानी कप्तान के बैट से 7 मैचों में महज़ 124 रन निकले। पूरे टूर्नामेंट में कुल मिलाकर बाबर का स्ट्राइक रेट 100 के आंकड़ें को भी नहीं छू सका। यही वज़ह है अब उनकी लगातार ही आलोचना हो रही है।