भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों जैक क्रॉले और बेन डकेट के बीच हुई घटना पर सफाई देते हुए कहा कि लॉर्ड्स टेस्ट के तीसरे दिन के अंत में बल्लेबाजी के लिए देरी से आने की उनकी रणनीति खेल भावना के अनुरूप नहीं थी।
लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड की पहली पारी के 387 के जवाब में भारतीय टीम ने भी पहली पारी में 387 रन बनाए थे। तीसरे दिन के आखिरी कुछ मिनटों में भारतीय टीम की रणनीति दो ओवर फेंकने की थी। लेकिन, इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जैक क्रॉले और बेन डकेट क्रीज पर देरी से उतरे। वहीं, बुमराह के ओवर में क्रॉले ने दो बार खेलने से मना किया और फिजियो को हाथ में चोट लगने की सूचना दी। इस वजह से गिल और क्रॉले के बीच तीखी बहस हुई थी।
गिल ने मैनचेस्टर टेस्ट की पूर्व संध्या पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "मैं स्पष्ट कर दूं। हमारे पास सात मिनट का खेल बचा था, अंग्रेज बल्लेबाज 90 सेकंड की देरी से बल्लेबाजी करने आए। 10, 20 नहीं, बल्कि 90 सेकंड। मुझे लगता है कि जो हुआ, वह खेल भावना के अनुरूप नहीं था।"