ODI Match: एक दौर था, जब युजवेंद्र चहल के साथ कुलदीप यादव की जोड़ी को सभी ने काफी पसंद किया। फैंस इन्हें 'कुलचा' के नाम से पुकारते थे। जब ये जोड़ी मैदान पर होती, तो विपक्षियों के लिए बल्लेबाजी बिल्कुल भी आसान नहीं रहती। इस जोड़ी ने अपने दम पर भारत को कई मुकाबले जिताने में मदद की, लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के एक मुकाबले ने इस 'चाइनामैन गेंदबाज' का नसीब ही बदल दिया।
आईपीएल 2019 में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) की ओर से खेलते हुए कुलदीप यादव की ऐसी पिटाई हुई, जिसने उन्हें मैदान पर ही भावुक कर दिया था। सीजन के 35वें मुकाबले में मोईन ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की पारी के 16वें ओवर में कुलदीप यादव के खिलाफ दो चौके और तीन छक्के लगाए। भले ही ओवर की अंतिम गेंद पर उन्होंने मोईन का विकेट हासिल किया, लेकिन इसके बाद भावनाओं पर काबू नहीं रख सके।
यहां से कुलदीप यादव के लिए खराब दौर शुरू हो चुका था। उन्हें साल 2019 में वनडे फॉर्मेट में भरपूर मौके मिले, लेकिन अपने प्रदर्शन से फैंस को खासा संतुष्ट नहीं कर सके। टी20 क्रिकेट में इस मुकाबले के बाद उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले। अप्रैल में खेले गए उस आईपीएल मैच के बाद कुलदीप को उस साल सिर्फ एक ही टी20 मुकाबले में मौका मिल सका। साल 2020 कोरोना की भेंट चढ़ गया, जिसमें कुलदीप सिर्फ दो ही मुकाबलों में उतर सके। साल 2021 और 2022 में उन्हें इस फॉर्मेट में दो-दो मैच में ही मौका मिल सका। टेस्ट क्रिकेट की बात करें, तो साल 2019 से 2022 के बीच इस गेंदबाज को सिर्फ तीन ही मुकाबलों की प्लेइंग इलेवन में जगह मिली।