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मां के निधन के बाद टूट गए थे प्रियम गर्ग, संघर्षों से भरी हुई है SRH के इस बल्लेबाज की कहानी

IPL 2020: आईपीएल के 13वें सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) के बल्लेबाज प्रियम गर्ग (Priyam Garg) ने चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के खिलाफ 51 रनों की शानदार पारी खेलकर काफी सुर्खियां बटोरी थीं। इस दमदार पारी के

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Priyam Garg
Priyam Garg (Priyam Garg)
Prabhat  Sharma
By Prabhat Sharma
Oct 10, 2020 • 04:01 PM

IPL 2020: आईपीएल के 13वें सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) के बल्लेबाज प्रियम गर्ग (Priyam Garg) ने चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के खिलाफ 51 रनों की शानदार पारी खेलकर काफी सुर्खियां बटोरी थीं। इस दमदार पारी के लिए प्रियम गर्ग को मैन ऑफ द मैच चुना गया था। भारतीय अंडर-19 टीम से आईपीएल तक सिलेक्शन का प्रियम गर्ग का सफर काफी संघर्षों से भरा हुआ रहा है। 

Prabhat  Sharma
By Prabhat Sharma
October 10, 2020 • 04:01 PM

प्रियम गर्ग ने इंटरव्यू के दौरान अपने संघर्ष के दिनों के बारे में बातचीत की है। प्रियम गर्ग ने कहा, 'मुझे आइ़डिया नहीं था कि मैं कभी क्रिकेटर बनूंगा। मुझे क्रिकेट खेलना पसंद था जब मैं 5 साल का था तब कपड़े धोने वाली थपकी से अपने भाई के साथ क्रिकेट खेलता था। मेरे पिता को मेरा क्रिकेट खेलना पसंद नहीं था लेकिन मेरी मां मुझे काफी सपोर्ट करती थीं।'

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प्रियम गर्ग ने आगे कहा, 'मेरी मां हमेशा से मेरा साथ देती थीं। एक बार जब मेरे मामा ने घर आकर मां से मेरे बारे में पूछा तब मां ने उन्हें मेरे क्रिकेट खेलने के बारे में बताया। मामा काफी गुस्सा हुए की मैं पढ़ाई पर ध्यान न देकर सिर्फ खेलता ही रहता हूं लेकिन जब मामा ने मुझे मैच खेलते देखा तो वह काफी खुश हुए और उन्होंने मुझे क्रिकेट अकादमी में दाखिल होने के लिए कहा।'

मां के निधन के बाद गया था टूट: इंटरव्यू के दौरान प्रियम काफी इमोशनल नजर आए और कहा कि शुरुआत में मुझे काफी रिजेक्शन का सामना करना पड़ रहा था। मेरा सिलेक्शन नहीं हो रहा था और उस वक्त मेरी मां काफी बीमार चल रही थीं। परिवार से मेरे उपर काफी दबाव था और उसी दबाव के बीच मेरी मां का निधन हो गया था। मेरी मां हमेशा से चाहती थीं कि मेरा क्रिकेट खेलने का सपना पूरा हो लेकिन जब वह नहीं रहीं तो मैं पूरी तरह से टूट गया था। इस दौरान मेरे कोच और मेरे पिता ने मेरा काफी साथ दिया और मुझे काफी मोटिवेट किया तब जाकर मैं क्रिकेट खेलने में सफल हो पाया।

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