Advertisement

पिता चलाते थे टेम्पू, घर में टीवी तक नहीं था, अब आईपीएल में करोड़पति बने Chetan Sakariya

आईपीएल ने कई खिलाड़ियों की किस्मत चमकाई है और इसके माध्यम से उन सभी ने एक लंबा सफर तय करते हुए अपने देश के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेला है। दुनिया की इस सबसे बड़े टी-20 लीग में खेलना हर खिलाड़ी

Advertisement
Tempo Driver's son chetan sakariya bags an IPL contract of 1.20 cr
Tempo Driver's son chetan sakariya bags an IPL contract of 1.20 cr (Image Source - Google)
Shubham Shah
By Shubham Shah
Feb 19, 2021 • 05:06 PM

आईपीएल ने कई खिलाड़ियों की किस्मत चमकाई है और इसके माध्यम से उन सभी ने एक लंबा सफर तय करते हुए अपने देश के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेला है। दुनिया की इस सबसे बड़े टी-20 लीग में खेलना हर खिलाड़ी का सपना होता और जब यह पूरा होता है तो किसी जादू से कम नहीं लगता।

Shubham Shah
By Shubham Shah
February 19, 2021 • 05:06 PM

आईपीएल 2021 से पहले 18 फरवरी को हुए नीलामी में देश-विदेश के कई खिलाड़ियों पर बोली लगी। कुछ को बड़ा दाम मिला तो कुछ को छोटी रकम में ही टीमों ने उठाया लेकिन जैसा भी हो आईपीएल जैसे बड़े प्लेटफॉर्म पर खुद का नाम आना किसी चमत्कार से कम नहीं होता।

Trending

कल बिकने वाले इन्हीं खिलाड़ियों मे से एक रहे सौराष्ट्र की ओर से खेलने वाले चेतन सकारिया। इन्होंने अपने जीवन में कई दुख और बाधाओं का पार करने के बाद क्रिकेट में अच्छा किया और आखिरकार इन्हें भी आईपीएल की नीलामी में संजू सैमसन की कप्तानी वाली राजस्थान रॉयल्स ने 1.20 करोड़ में अपने खेमे में शामिल किया।

लेकिन इनके पास इतने पैसे आने के बाद भी शायद इस बात का दुख नहीं जाएगा कि चेतन के छोटे भाई राहुल सकारिया ने इस आईपीएल नीलामी से करीब एक महीनें पहले ही आत्महत्या कर लिया था।

अपने भाई के बारे में बात करते हुए चेतन ने कहा था कि,"मेरे छोटे भाई ने जनवरी के महीनें में ही आत्महत्या कर लिया था। मैं तब घर पर नहीं था और सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेल रहा था। यह मुझे तब पता चला जब मैं घर वापस आया। लेकिन मेरे परिवार के लोगों ने फिर भी इस बात को मेरे से छुपा कर रखा था। मैं जब भी आता था तो यह पूछता था कि राहुल कहां है और वो लोग मुझे बताते थे कि या तो वो बाहर गया है या दुकान से कुछ समान खरीदने। उसकी कमी मुझे हमेशा खलेगी और अगर वो आज हमारे साथ होता तो मेरे से ज्यादा वो खुश होता।"

पिता चलाते थे ऑटो-रिक्शा

चेतन सकारिया का कहना है कि उनके पिता कांजीभाई उनके पालन पोषण के लिए ऑटो चलाते थे और जब उनका चयन सौराष्ट्र की टीम में हो गया तो उन्होंने अपने पिता को काम पर जाने से मना कर दिया। यहां तक की उनके पिता के पास इतने भी पैसे नहीं थे कि वो अपने बेटे का मैच देखने के लिए टेलीवीजन खरीद सकें।

ऐसे बदली किस्मत

यूएई में हुए आईपीएल के 13वें सीजन में चेतन को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम ने बतौर नेट गेंदबाज रखा था। जब नीलामी में सकारिया का नाम आया तब आरसीबी की टीम ने भी इस खिलाड़ी पर भी दांव लगाया लेकिन अंत में राजस्थान रॉयल्स की टीम ने बाजी मारी। 

Advertisement

Advertisement