Unlucky XI, वो 11 भारतीय खिलाड़ी जिन्हें कभी नहीं मिला किस्मत का साथ; अपार टैलेंट के बावजूद हुए इग्नोर
इंडियन टीम में ऐसे कई खिलाड़ी हैं जिन्हें अपार टैलेंट के बावजूद मौके नहीं मिले हैं।
Indian Unlucky XI: क्रिकेट, एक ऐसा खेल जिसमें भारत का हर दूसरा या तीसरा बच्चा अपना करियर बनाना चाहता है। यही वजह है आज भारत के पास एक से बढ़कर एक खिलाड़ी मौजूद हैं। बीते समय में बीसीसीआई ने इसका खूब फायदा भी उठाया है और भारत ने एक समय में अपनी A और B टीम के साथ अलग-अलग देशों से मुकाबले खेले। लेकिन इसी बीच कुछ ऐसे खिलाड़ी भी भारतीय टीम में मौजूद हैं जिनमें अपार टैलेंट हुआ, लेकिन उन्हें मौके नहीं मिले। यही वजह है आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताएंगे उन 11 खिलाड़ियों के नाम जो मिलकर एक अनलकी XI बनाते हैं।
बल्लेबाज़ - पृथ्वी शॉ, ऋतुराज गायकवाड़ और राहुल त्रिपाठी
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हमने अनलकी इलेवन में तीन बल्लेबाज़ शामिल किये हैं। पृथ्वी शॉ, ऋतुराज गायकवाड़ और राहुल त्रिपाठी। युवा विस्फोटक बल्लेबाज़ पृथ्वी शॉ ने हर बार खुद को साबित किया है। पृथ्वी की कप्तानी में भारतीय टीम ने अंडर 19 वर्ल्ड कप भी जीता। वह लिस्ट ए क्रिकेट और फर्स्ट क्लास क्रिकेट में रनों का अंबार लगा रहे हैं। हाल ही में उन्होंने रणजी ट्रॉफी में तिहरा शतक ठोका, लेकिन इन सब के बावजूद उन्हें खूब इग्नोर किया गया है। हाल में उनका सेलेक्शन भारतीय टी20 टीम में हुआ था, लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला।
वहीं बात करें अगर ऋतुराज गायकवाड़ और राहुल त्रिपाठी की तो उनका हाल भी बीते समय में पृथ्वी शॉ जैसा ही रहा है। यह दोनों ही खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में भर-भरकर रन बनाते हैं, लेकिन इसके बावजूद वह ज्यादातर समय सिर्फ इंडियन टीम का बेंच गर्म करते नज़र आए हैं। गायकवाड़ ने कॉम्पिटिशन के अलावा इंजरी के कारण भी मौके गंवाए हैं।
मिडिल ऑर्डर - सरफराज खान,ऋद्धिमान साहा, और संजू सैमसन
हमारी इस टीम में तीन मिडिल ऑर्डर विकेटकीपर बल्लेबाज़ शामिल हैं, सरफराज खान, ऋद्धिमान साहा और संजू सैमसन। 28 वर्षीय संजू सैमसन ने अपना इंटरनेशनल डेब्यू साल 2015 में किया था, लेकिन आलम यह है कि वह अब तक सिर्फ 11 वनडे और 17 टी20 मुकाबले ही खेल सके हैं। वहीं दूसरी तरफ अगर ऋद्धिमान साहा की बात करें तो उनका डेब्यू साल 2010 में हुआ था, लेकिन वह पहले धोनी और फिर ऋषभ पंत के बैकअप बनकर रह गए। साहा में भी अपार टैलेंट है, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने सिर्फ 9 वनडे और 40 टेस्ट खेले।
25 वर्षीय सरफराज खान को भी काफी इग्नोरेंस का सामना करना पड़ा है। सरफराज फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अब तक 37 मैचों में कुल 3505 रन ठोके चुके हैं। उनकी औसत 79.65 की रही है। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी नाबाद 301 रन है। इतना ही नहीं, सरफारज को भारतीय टीम का भविष्य माना जाता है, हालांकि इन सब के बावजूद उन्हें अब तक इंडियन कैप नहीं मिल सकी है।
5 गेंदबाज़ टीम में हैं शामिल
हमारी लिस्ट के आखिरी पांच खिलाड़ियों में एक ऑलराउंडर और 4 गेंदबाज़ शामिल हैं। यह खिलाड़ी हैं वेंकटेश अय्यर, रवि बिश्नोई, जयदेव उनादकट, टी नटराजन और कुलदीप यादव।
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वेंकटेश अय्यर एक मिडियम पेसर हरफनमौला खिलाड़ी हैं। उन्हें हार्दिक पांड्या की रिप्लेसमेंट समझा जाता है, लेकिन उन्हें हार्दिक की वापसी के बाद मौके मिलने बंद हो चुके हैं। रवि बिश्नोई एक उभरते हुए लेग स्पिनर हैं, लेकिन उन्हें युजवेंद्र चहल, रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन के कारण टीम में चांस नहीं मिल रहा है। कुलदीप यादव का भी रवि बिश्नोई जैसा ही हाल हैं। वह एक इंडियन बैकअप प्लेयर बनकर रह गए हैं। टी नटराजन और जयदेव उनादकट को भी काफी अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद सेलेक्टर्स ने सिर्फ इग्नोर किया हैं।