भारत की मेंस टी20 इंटरनेशनल टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) ने इस फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन करते हुए अपनी छाप छोड़ी है। हालांकि वो वनडे और टेस्ट में वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाए है जैसा कि उनसे उम्मीद की गयी थी। इसी वजह से वो इन दोनों फॉर्मेट से बाहर चल रहे है। उन्होंने फरवरी 2023 में एकमात्र टेस्ट खेला था जबकि आखिरी वनडे उन्होंने वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में खेला था। हालाँकि, उन्होंने विशेष रूप से टेस्ट क्रिकेट को नहीं छोड़ा है और उनका लक्ष्य भारत के लिए सभी प्रारूप खेलना है।
सूर्यकुमार यादव ने बुची बाबू इनविटेशनल टूर्नामेंट खेलने का फैसला किया है। शुरुआत में उन्हें प्रतियोगिता के लिए मुंबई की टीम में नहीं चुना गया था, लेकिन उन्होंने चयनकर्ताओं को दूसरे हाफ के लिए अपनी उपलब्धता के बारे में सूचित कर दिया। सूर्या ने कहा कि, "मैं भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में खेलना चाहता हूं। बुची बाबू में खेलने से मुझे इस सीजन में रेड-बॉल टूर्नामेंट के लिए अच्छी प्रैक्टिस हो जाएगी।" सूर्या सरफराज खान की कप्तानी में खेलेंगे जो भारत की टेस्ट टीम के सदस्य भी हैं। सूर्या 27 अगस्त से सलेम में जम्मू-कश्मीर के खिलाफ शुरू होने वाले मैच के लिए मुंबई की ओर से खेलते हुए दिखाई दे सकते है।
बुची बाबू प्रतियोगिता के बाद, दलीप ट्रॉफी अनंतपुर में खेली जाएगी और इसमें भी सूर्या खेलते हुए दिखाई दे सकते है। सूर्यकुमार ने आखिरी बार फर्स्ट क्लास क्रिकेट जुलाई 2023 में खेला था। अब तक उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 82 मैच खेले हैं, जिसमें 43.62 के औसत से 5628 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 29 अर्द्धशतक और 14 शतक देखने को मिले है। दाएं हाथ के बल्लेबाज सूर्या ने हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल सीरीज में कप्तानी की थी। ये नियमित कप्तान के तौर पर उनकी पहली सीरीज थी जिसे उन्होंने 3-0 से जीत लिया था।