दिल तोड़ने वाली हार के बाद बोले मैकुलम- 'अब और भी हार्ड खेलेगा इंग्लैंड'
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट हारने के बाद भी इंग्लिश टीम पीछे हटने को तैयार नहीं है। दूसरे टेस्ट से पहले इंग्लैंड के कोच ब्रैंडन मैकुलम ने साफ कर दिया है कि लॉर्ड्स में वो और भी हार्ड खेलेंगे।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एजबेस्टन में खेले गए पहले टेस्ट में हार के बाद इंग्लिश टीम की बैज़बॉल अप्रोच पर सवाल उठ रहे हैं लेकिन इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स और हेड कोच ब्रैंडन मैकुलम ने साफ कर दिया है कि वो आगामी टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ और भी हार्ड खेलने वाले हैं। लॉर्ड्स टेस्ट से पहले मैकुलम ने एक बयान दिया है जो ऑस्ट्रेलियाई खेमे में हड़कंप मचा सकता है।
पहले टेस्ट में इंग्लिश टीम ने कई ऐसे फैसले लिए जो उनके खिलाफ गए और नतीजा ये निकला कि इंग्लिश टीम को 2 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद हर कोई यही सवाल पूछ रहा है कि क्या बाकी बचे मैचों में इंग्लिश टीम अपनी अप्रोच में बदलाव करेगी या उनसे बैज़बॉल ही देखने को मिलेगा। अब इस सवाल का जवाब कोच ब्रेंडन मैकुलम ने दिया है।
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पहले टेस्ट में हार के बाद ब्रैंडन मैकुलम ने कहा, "हम विपक्षी टीम के बारे में ज्यादा चिंता नहीं करते हैं। मुझे थोड़ा सा अंदाजा था कि वो कुछ फील्डर्स को बाउंड्री पर करने की कोशिश कर सकते हैं और इस पर बहस करना मुश्किल है क्योंकि उन्होंने टेस्ट मैच जीता है, है ना? मुझे यकीन है कि वो इसी प्लान पर टिके रहेंगे लेकिन मैं भी उस रणनीति के प्रति ठोस हूं, जो मुझे लगता है कि बहुत अच्छी है क्योंकि हम अब थोड़ा और हार्ड जाएंगे। मुझे लगता है कि ये अगले कुछ टेस्ट मैचों को वास्तव में मनोरंजक बना देगा।"
इस सीरीज के शुरुआती मैच में पिछड़ने के बावजूद इंग्लैंड के कोच अपने खिलाड़ियों के प्रयासों से काफी खुश हैं। मैकुलम को मौके गंवाने का मलाल है और उन्हें लगता है कि उनकी टीम को मैच के अहम मौकों पर हार का सामना नहीं करना पड़ा। आगे बोलते हुए उन्होंने कहा, "जाहिर तौर पर आप मैच जीतना चाहते थे। लेकिन जिस तरह से हमने खेला, मुझे लगता है कि इसने हमारे खेलने की शैली को दिखा दिया। अगर हमें थोड़ा सा भी फायदा मिला होता तो शायद हम नतीजे के दूसरी तरफ होते। ईमानदारी से कहूं तो मुझे लड़कों पर गर्व है। कई बार कुछ चीजें हमारे अनुकूल नहीं रहीं। ये खेल की प्रकृति है, लेकिन कप्तान और मैं, हमारा दृढ़ विश्वास है कि ये हमें सबसे बड़ा मौका देता है।"