भारत के पूर्व क्रिकेटर और युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने खुलासा किया है कि वो इस समय अकेलेपन से जूझ रहे हैं और उनके घर पर उनकी देखभाल करने वाला भी कोई नहीं है। योगराज ऐसी स्थिति से तब जूझ रहे हैं जब उनके पास घरेलू नौकर रखने के लिए संसाधन हैं। उनका कहना है कि परिवार उनके साथ नहीं रहता और उन्हें अक्सर दोपहर और रात के खाने के लिए अजनबियों पर निर्भर रहना पड़ता है।
पत्नी, तीन बेटों, एक बेटी और नाती-पोतों से भरे परिवार के बावजूद, योगराज कहते हैं कि वो उनसे कभी कोई मदद या मदद नहीं मांगते। उन्होंने कहा है कि वो मृत्यु आते ही मर जाना चाहते हैं, क्योंकि उन्होंने एक संतुष्ट जीवन जिया है। उन्होंने ईश्वर का धन्यवाद किया और कहा कि वो ईश्वर से प्रार्थना करते रहेंगे और जो प्रार्थना करेंगे, वो उन्हें मिलती रहेगी।
विंटेज स्टूडियो को दिए एक इंटरव्यू में योगराज सिंह ने कहा, "मैं शाम को अकेला बैठता हूं, घर पर कोई नहीं होता। मैं खाने के लिए अजनबियों पर निर्भर रहता हूं, कभी एक व्यक्ति पर, कभी दूसरे पर। हालांकि, मैं किसी को परेशान नहीं करता। अगर मुझे भूख लगती है तो कोई न कोई मेरे लिए खाना ले आता है। मैंने घरेलू नौकर और रसोइया रखे हैं, वो खाना बनाकर चले जाते हैं।"