अंतिम एकादश में किये गये परिवर्तन को भूल गये थे मलिंगा
चटगांव/नई दिल्ली, 01 अप्रैल (हि.स.) । न्यूजीलैंड के खिलाफ सोमवार को करो या मरो के मुकाबले में श्रीलंका की कप्तानी संभाल रहे लसित मलिंगा को टॉस के समय याद ही नहीं था कि उन्होंने अंतिम एकादश में क्या परिवर्तन किए
चटगांव/नई दिल्ली, 01 अप्रैल (हि.स.) । न्यूजीलैंड के खिलाफ सोमवार को करो या मरो के मुकाबले में श्रीलंका की कप्तानी संभाल रहे लसित मलिंगा को टॉस के समय याद ही नहीं था कि उन्होंने अंतिम एकादश में क्या परिवर्तन किए हैं।
बता दें कि श्रीलंकाई टीम में दो परिवर्तन किए गए थे और इनमें से एक परिवर्तन लेफ्ट आर्म स्पिनर रंगना हेरात को शामिल करना था। हेरात ने इस मैच में घातक स्पिन गेंदबाजी का नमूना पेश करते हुए न केवल मलिंगा को कप्तानी के पदार्पण मैच में शर्मिन्दगी से बचाया बल्कि अपनी टीम को सेमीफाइनल में पहुंचा दिया।
मैच के बाद मलिंगा ने हेरात के लिए तारीफों के पुल बांधते हुए कहा कि रंगना अपने मौके का इंतजार कर रहे थे और उन्हें इस मैच में मौका मिला। उन्होंने साबित कर दिखाया कि वह श्रीलंका के लिए कितने बड़े मैच विजेता हैं। 'मैन ऑफ द मैच' हैरात ने कहा कि हमें सिर्फ विकेट की जरूरत थी और मैंने गेंद को सही जगह पर डाला। हमारे लिए अच्छा रहा कि ओस नहीं थी। हमारा इंग्लैंड के खिलाफ एक खराब मैच था लेकिन इस मैच में कुछ भी खराब नहीं था। कोई ओस नहीं थी।
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हेरात को अबूझ स्पिनर अजंता मेंडिस की जगह चुना गया था जो इंग्लैंड के खिलाफ फ्लॉप रहे थे। मेंडिस ने इंग्लैंड के खिलाफ चार ओवर में 52 रन लुटाए थे और उनके आखिरी ओवर में 25 रन पड़े थे जो उनके ट्वेंटी-20 अन्तरराष्ट्रीय करियर का सबसे महंगा ओवर था।
लेफ्ट आर्म स्पिनर ने अपनी पहली 13 गेंदों पर बिना कोई रन दिए तीन विकेट हासिल किए थे जिनमें उन्होंने ब्रैंडन मैक्कलम और रोस टेलर जैसे विस्फोटक बल्लेबाजों को शून्य पर आउट किया था।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनील/अनूप