पाकिस्तान क्रिकेट टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर का मानना है कि 2010 स्पॉट फिक्सिंग के बाद फिर से राष्ट्रीय टीम में वापसी करने के बाद तीनों प्रारुपों में खेलकर उन्होंने बहुत बड़ी गलती कर दी। स्पॉट फिक्सिंग के कारण पांच साल का प्रतिबंध झेलने के बाद आमिर ने 2015 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की थी और 2016 में वह टेस्ट क्रिकेट में लौटे थे। उन्होंने कहा कि ऐसा करना उनकी सबसे बड़ी गलती थी और उनके शरीर ने इसकी कीमत चुकाई है।
आमिर अपने दूसरे बच्चे के जन्म के कारण शुरूआत में इंग्लैंड दौरे से हट गए थे। लेकिन तेज गेंदबाज हैरिस रउफ के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद आमिर को टीम में बुलाया गया है।
आमिर ने पूर्व क्रिकेटर अतीक उज जमान के साथ यूट्यूब चैनल पर कहा, " राष्ट्रीय टीम में वापसी करने के बाद तीनों प्रारुपों में खेलकर मैंन बहुत बड़ी गलती की थी। मैं भविष्य के क्रिकेटरों को ऐसी गलती न करने की सलाह दूंगा।"
उन्होंने कहा, " हर किसी को अपनी सीमओं की जानकारी होनी चाहिए और वापसी के बाद केवल एक या दो प्रारुप में ही खेलना चाहिए। अगर वे मानते हैं कि वे ऐसा कर सकते हैं तो भी उन्हें तीसरे प्रारुप में खेलना चाहिए।"
आमिर ने सीमित ओवरों के क्रिकेट पर ध्यान देने के लिए 2018 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। उन्होंने कहा कि उनके इस फैसले से उनके करियर को पांच-छह साल आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
आमिर ने कहा, "तेज गेंदबाजों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। तीनो प्रारुपों में खेलने के गलत फैसले के दो साल बाद मेरे साथ समस्याएं होनी शुरू हो गई थी। मैं 2018 में चोटिल हो गया था। केवल इसी कारण से मैंने खुद को सफेद गेंद वाले क्रिकेट तक सीमित रखा है। मुझे उम्मीद है कि यह मेरे करियर को पांच से छह साल आगे बढ़ा सकता है।"
आईएएनएस