दूसरे विश्व युद्ध के कारण भारत ने 1936 से लेकर 1946 के बीच कोई टेस्ट मैच नहीं खेला। लेकिन इसी बीच इंग्लैंड की एक मजबूत टीम ने लियोनेल टेनिसन की अगुवाई में भारत का दौरा किया। उस टीम में कुल 13 सदस्य थे जो उस समय कहीं ना कहीं टेस्ट मैच खेल रहे थे।
इस दौरे पर इंग्लैंड की इस टीम ने "ऑल इंडिया साइड" की सभी टीमों के साथ मैच खेला। हालांकि इन सभी मैचों को कभी आधिकारिक टेस्ट मैच का दर्जा नहीं मिला। इंग्लैंड के उन सभी खिलाड़ियों को दौरे पर कुछ ना कुछ बीमारी हुई और उनकी तबीयत नासाज रही लेकिन इसके बावजूद उन्होंने इस दौरान टेस्ट सीरीज को 3-2 से अपने नाम किया।
हालांकि इस हार के बावजूद इस दौरान भारत को एक सुपरस्टार मिला और वो कोई और नहीं बल्कि भारत के बेहतरीन ऑलराउंडर वीनू मांकड़ थे। मांकड़ को पहले टेस्ट मैच में खेलने का मौका नहीं खेला लेकिन दूसरे मैच से ही उन्होंने अपने प्रदर्शन से ढ़ेरों सुर्खियां बटोरीं।