Cricket Tales - 1985 में ऑस्ट्रेलिया में बेंसन एंड हेजेज क्रिकेट वर्ल्ड चैंपियनशिप में, रवि शास्त्री ने चैंपियन ऑफ चैंपियंस का अवार्ड जीता और उन्हें ऑडी 100 कार इनाम में मिली। रवि शास्त्री ने तब 182 रन बनाए थे टूर्नामेंट में और साथ में 8 विकेट लिए। आज किसी भी क्रिकेटर के लिए कार कोई बहुत बड़ी बात नहीं पर उस समय ये ऐसा अवार्ड था जिसकी पूरी दुनिया में चर्चा हुई। भारत के क्रिकेटरों को साइकिल, मोटर साइकिल या स्कूटर इनाम में मिलने की मिसाल तो थीं पर भारत से बाहर कार मिलना- अनोखी घटना जैसा था। उस दौर में किसी भी प्रॉडक्ट से जुड़ा 'इम्पोर्टेड' शब्द ही उसकी कीमत एकदम बढ़ा देता था।
भारत ने तब पाकिस्तान को फाइनल में हराया था- के श्रीकांत को मैन ऑफ द मैच और रवि शास्त्री को मैन ऑफ द सीरीज चुना गया। रवि शास्त्री के जैसे ही सुनहरे रंग की ऑडी जीतने की घोषणा हुई- टीम के सभी क्रिकेटर कार पर थे- कोई अंदर, कोई बोनट पर तो कोई छत पर। आपने इस नजारे की फोटो जरूर देखी होंगी। आज तक इसे भारतीय खेलों की सबसे चर्चित/प्रतिष्ठित कार मानते हैं।
पिछले दिनों ये कार फिर से चर्चा में आई- असल में पुरानी हो चुकी कार चलती भी नहीं थी। कंपनी ने इसे बहाल किया और तब ही चारों ओर इस कार की फोटो और इसे जीतने के किस्से मीडिया में आ गए। तब भी, इस कार से जुड़ी बहुत सी ऐसी बातें हैं जो बड़ी अलग हैं और इन्हें जानेंगे तो कार को जानने का मजा और बढ़ जाएगा :
