Cricket History - भारत का इंग्लैंड दौरा 1979
साल 1979 में भारत ने इंग्लैंड का दौरा किया। इंग्लैंड सीरीज से पहले भारत के 3 बड़े स्पिनर बिशेन सिंह बेदी, भागवत चंद्रशेखर और ईरापल्ली प्रसन्ना साल 1978 में पाकिस्तान के दौरे पर बिल्कुल फिके साबित हुए थे। इस सीरीज
जब गावस्कर ने अपना दोहरा शतक पूरा किया तब भीड़ ने उन्हें चारों ओर से घेर लिया। इस समय भारत की रन गति पर थोड़ा विराम लगा और 12 ओवरों में टीम को जीत के लिए 73 रनों की जरूरत थी। वेंगसकर 52 के नीजी स्कोर पर आउट हो गए। फिर भी लक्ष्य भारत से दूर नहीं था और गावस्कर अच्छे रंग में थे। लेकिन कप्तान वेंकेट ने एक हैरान कर देने वाला फैसला लिया और शानदार फॉर्म में चल रहे गुडप्पा विश्वनाथ की जगह कपिल देव को बल्लेबाजी के लिए भेजा।
तब कपिल देव नए थे और उन्होंने सीरीज में गेंद से बेहतरीन प्रदर्शन किया था। लेकिन बल्लेबाजी करने के लिए उतरे तो वह शून्य पर पवेलियन लौट गए। इसके बाद यशपाल शर्मा बल्लेबाजी के लिए गए। तब भारत को जीत के लिए 48 गेंदों में 49 रनों की जरूरत थी। गावस्कर 221 के नीजी स्कोर पर पवेलियन लौटे।
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इसके बाद इयान बॉथम ने गुडप्पा विश्वनाथ, यजुरवेंद्र सिंह और यशपाल शर्मा को चलता किया और इसके बाद वेंकेट को रन आउट कर पवेलियन भेजा। इसके बाद करसन गावरी और भरत रेड्डी ने सावधानी से खेलते हुए भारत के लिए मैच को ड्रॉ करवाने में अहम भूमिका निभाई और तब भारत का स्कोर 8 विकेट के नुकसान पर 429 रन बनाए।
गावस्कर द्वारा खेली गई यह इन्निंग्स शायद उनके करियर की सबसे बेहतरीन पारियों में से एक थी।
सीरीज का परिणाम
- पहला टेस्ट, एजबेस्टन, बर्मिंघम - इंग्लैंड पारी और 83 रन से जीता
- दूसरा टेस्ट, लॉर्ड्स, लंदन - मैच ड्रॉ
- तीसरा टेस्ट, हेडिंग्ले, लीड्स - मैच ड्रॉ
- चौथा टेस्ट, केनिंगटन ओवल, केनिंगटन - मैच ड्रॉ