वेस्टइंडीज से लेकर, इंग्लैंड का सफाया करने तक, टीम इंडिया ने ऐसे तय किया WTC फाइनल तक का सफर
भारत और न्यूज़ीलैंड की टीमों के बीच 18 से 22 जून को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेला जाना है। इस महामुकाबले के लिए दोनों टीमें अपनी कमर कस चुकी हैं और पूरी दुनिया की निगाहें अब इसी मुकाबले का इंतज़ार
न्यूजीलैंड ने उड़ाए टीम इंडिया के होश
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में विजयरथ पर सवार टीम इंडिया के सामने अब न्यूज़ीलैंड की चुनौती थी और फैंस को उम्मीद थी कि विराट की टीम लगातार चौथी सीरीज में भी क्लीन स्वीप करेगी। फैंस को क्लीन स्वीप तो देखने को मिला लेकिन यहां कीवी टीम ने फरवरी-मार्च 2020 में टीम इंडिया को ही क्लीन स्वीप कर दिया। इससे कीवी टीम को पूरे 120 अंक मिले।
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ऑस्ट्रेलिया में मिली विराट जीत
कीवी टीम से हारने के बाद इस चैंपियनशिप में भारतीय टीम के सामने अब सबसे मुश्किल चुनौती थी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया को हराना। इस सीरीज का आगाज़ भारत के लिए किसी बुरे सपने की तरह रहा और पहले टेस्ट में भारतीय टीम को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा। ये वही मैच था जहां विराट की टीम 36 रन पर ऑलआउट भी हुई थी।
इसके बाद विराट भारत लौट आए और ऐसे कयास लगने लग गए कि इस सीरीज में भारत की 0-4 से हार हो जाएगी। लेकिन, विराट की गौरहाज़री में अजिंक्य रहाणे ने कप्तानी की बागडोर संभाली और टीम इंडिया ने सभी खिलाड़ियों के एकजुट प्रदर्शन की बदलौत सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली। इस सीरीज में जीत के साथ ही भारत को अहम 70 अंक भी मिल गए।
इंग्लैंड के खिलाफ भारत का पराक्रम, पक्का किया फाइनल का टिकट
कोरोनावायरस के चलते 2020 में क्रिकेट कैलेंडर पूरी तरह से गड़बड़ा गया था और इसी के चलते ICC को टेस्ट चैंपियनशिप के नियमों में भी बदलाव करना पड़ा और नतीजतन फाइनल में एंट्री के लिए प्वाइंट सिस्टम की जगह परसेंटेज पॉइंट सिस्टम अपनाया गया।
इसी दौरान ऑस्ट्रेलिया का साउथ अफ्रीका दौरा रद्द हो गया और अचानक से न्यूजीलैंड की फाइनल में जगह पक्की हो गई और भारत के लिए मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आई। भारत को फाइनल का टिकट हासिल करने के लिए इंग्लैंड को कम से कम 2-1 से हराना जरूरी हो गया था। पहले टेस्ट में हार ने भारत की चिंताओं को और बढ़ा दिया था, लेकिन इसके बाद टीम इंडिया ने लगातार तीन मैच जीतकर पहले स्थान पर रहते हुए फाइनल का टिकट हासिल कर लिया।