वल्र्ड टूर फाइनल्स: ओलंपिक चैंपियन एक्सेलसन, नारोका और लू के साथ ग्रुप-ए में हैं प्रणय
बैंकॉक में होने वाले बीडब्ल्यूएफ वल्र्ड टूर फाइनल्स 2022 में भारत की एकमात्र प्रविष्टि एचएस प्रणय के रूप में सामने आई है। प्रणय साल के अंत में होने वाले इस टूर्नामेंट को अच्छे नोट के साथ समाप्त करना चाहते हैं।
वल्र्ड टूर फाइनल्स: बैंकॉक में होने वाले बीडब्ल्यूएफ वल्र्ड टूर फाइनल्स 2022 में भारत की एकमात्र प्रविष्टि एचएस प्रणय के रूप में सामने आई है। प्रणय साल के अंत में होने वाले इस टूर्नामेंट को अच्छे नोट के साथ समाप्त करना चाहते हैं।
साल के अंत में होने वाले इस टूर्नामेंट में पहली बार हिस्सेदारी करने जा रहे प्रणय, जो कि दुनिया के 12वें नंबर के खिलाड़ी हैं, को ग्रुप ए में डेनमार्क के ओलंपिक चैंपियन विक्टर एक्सेलसन, जापान के कोडाई नारोका और चीन के लू गुआंग जू के साथ रखा गया है।
प्रणय को इस टूर्नामेंट के लिए तीसरी सीड मिली है। वह बुधवार से शुरू होने वाले ग्रुप चरण से सेमीफाइनल में जगह बनाने की उम्मीद कर रहे हैं।
प्रणय ने कहा, मैं अपना बीडब्ल्यूएफ वल्र्ड टूर फाइनल्स अभियान शुरू करने के लिए वास्तव में उत्साहित हूं। साल के अंत में होने वाली इस चैंपियनशिप में यह मेरा पहला प्रयास होगा और मुझे उम्मीद है कि मैं वास्तव में अच्छा प्रदर्शन कर सकता हूं।
पीवी सिंधु ने 2018 में इस प्रतिष्ठित वैश्विक सीजन-एंडिंग चैंपियनशिप का खिताब जीता था। ऐसा करने वाली वह अकेली भारतीय शटलर हैं।
दुनिया के 12वें नम्बर के खिलाड़ी प्रणय ने इस साल कुछ पावर-पैक परफार्मेंस के साथ खुद को फिर से मजबूत किया है, जिससे उन्हें लगभग चार साल बाद बीडब्ल्यू वल्र्ड रैंकिंग के टॉप-15 में अपना स्थान फिर से हासिल करने में मदद मिली है।
प्रणय ने इस साल मई में भारतीय टीम को अपना पहला थॉमस कप खिताब दिलाने में मदद की थी और स्विस ओपन सुपर 300 में उपविजेता रहे थे। साथ ही वह इंडोनेशिया ओपन सुपर 1000 और मलेशिया मास्टर्स सुपर 500 इवेंट के अंतिम चार दौर में भी पहुंचे थे।
भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) के महासचिव संजय मिश्रा ने कहा, हम हमेशा उन पर, उनके खेल और उनके कौशल पर विश्वास करते रहे हैं। उन्होंने लंबे समय तक महत्वपूर्ण आयोजनों में अच्छा प्रदर्शन किया है और अब उनके लिए खिताब जीतने का समय आ गया है। किसी भी दिन दुनिया के शीर्ष खिलाड़ियों को हराने की उनकी क्षमता उन्हें इस साल के बीडब्ल्यूएफ वल्र्ड टूर फाइनल्स में पोडियम के शीर्ष पर रहने का प्रबल दावेदार बनाती है।
दुनिया भर के शटलर एक कैलेंडर वर्ष में बीडब्ल्यूएफ वल्र्ड टूर इवेंट्स में अपने प्रदर्शन के आधार पर हासिल अंकों के माध्यम से इस 1,500,000 डालर इनामी टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करते हैं। बीडब्ल्यूएफ वल्र्ड टूर फाइनल्स में शीर्ष-8 शटलर और उनके जोड़ीदार मुकाबला करते हैं।
भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) के महासचिव संजय मिश्रा ने कहा, हम हमेशा उन पर, उनके खेल और उनके कौशल पर विश्वास करते रहे हैं। उन्होंने लंबे समय तक महत्वपूर्ण आयोजनों में अच्छा प्रदर्शन किया है और अब उनके लिए खिताब जीतने का समय आ गया है। किसी भी दिन दुनिया के शीर्ष खिलाड़ियों को हराने की उनकी क्षमता उन्हें इस साल के बीडब्ल्यूएफ वल्र्ड टूर फाइनल्स में पोडियम के शीर्ष पर रहने का प्रबल दावेदार बनाती है।
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