मार्शल आर्ट का जिक्र चलते ही हमारे दिमाग में सबसे पहला नाम ब्रूस ली का उभरता है। महज 32 साल की उम्र में ली ने मार्शल आर्ट के क्षेत्र में ऐसी सिद्धी और लोकप्रियता हासिल की जिसकी बराबरी आज तक कोई नहीं कर सका।
ब्रूस ली का जन्म 27 नवंबर 1940 को सैन फ्रांसिस्को, अमेरिका में हुआ था। उनके बचपन का नाम ली जुन-फैन था। वे हांगकांग मूल के थे। जन्म के एक साल बाद उनका परिवार हांगकांग लौट आया। ब्रूस ली बचपन से ही मार्शल आर्ट से आकर्षित थे और इस क्षेत्र में कुछ बड़ा करना चाहते थे। ली ने 13 साल की उम्र में विंग चुन कुंग फू के महान मास्टर यिप मैन से मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण लेना शुरू किया। प्रशिक्षण के अलावा एक योद्धा के रूप में ली का विकास हांगकांग की गलियों में होने वाली लड़ाइयों की वजह से हुआ। कई रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि ली भी लड़ाइयों में शामिल हुआ करते थे। 1959 में ऐसी ही एक लड़ाई हुई थी और पुलिस केस से बचने के लिए वे अमेरिका चले गए।
अमेरिका जाने के बाद ली ने मार्शल आर्ट का अपना तरीका विकसित किया और उसे 'जीत कुन दो' नाम दिया। इसका अर्थ है अवरोध का रास्ता। पारंपरिक मार्शल आर्ट और कुंग फू का प्रशिक्षण और पद्धति बेहद कठिन थी। ली ने अपने द्वारा विकसित नई पद्धति में बॉक्सिंग, फेंसिंग, जूडो और कराटे के तत्वों को मिलाया। 'जीत कुन दो' के माध्यम से ली प्रशिक्षुओं में लचीलापन और गतिशीलता, कार्यात्मक प्रशिक्षण, व्यक्तिगत दर्शन, शारीरिक और आध्यात्मिक विकास, अनुशासन और कड़ी मेहनत जैसी आदतें विकसित करना चाहते थे। ली द्वारा विकसित 'जीत कुन दो' बेहद लोकप्रिय है।