महाराष्ट्र ओलिंपिक संघ चुनाव से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। वित्तीय भ्रष्टाचार के आरोप का सामना कर रहे संघ के महासचिव नमदेव शिरगांवकर 2 नवंबर को होने वाले संघ के चुनाव में भाग ले सकेंगे। उन्हें पुणे सत्र न्यायालय ने अग्रिम जमानत दे दी है।
पुणे पुलिस ने नमदेव शिरगांवकर के खिलाफ 28 अक्टूबर को सरकारी धन के दुरुपयोग और वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में मामला दर्ज किया था। गिरफ्तारी से बचने के लिए नमदेव ने पुणे कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की थी। पुणे सत्र न्यायालय ने शिरगांवकर को अग्रिम जमानत संरक्षण दी, जिससे वे आगामी 2 नवंबर को होने वाले संघ के चुनाव में भाग ले सकेंगे।
सत्र न्यायाधीश ने एडवोकेट प्रशांत पाटिल द्वारा पेश किए गए तर्कों को स्वीकार किया। उन्होंने कोर्ट को बताया कि शिरगांवकर की हिरासत में पूछताछ की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि उन्होंने जांच एजेंसी को सभी आवश्यक दस्तावेज पहले ही सौंप दिए हैं। कोर्ट ने एडवोकेट प्रशांत पाटिल की इस दलील पर भरोसा जताया कि महासचिव के रूप में शिरगांवकर ने गुजरात में आयोजित 36वें राष्ट्रीय खेलों की ऑडिट रिपोर्ट और गोवा में हुए 37वें राष्ट्रीय खेलों की विस्तृत ऑडिट रिपोर्ट पहले ही जमा कर दी है।