रोइंग : पानी पर ताकत और तालमेल का खेल, जिसने ओलंपिक में बनाई खास पहचान (Image Source: IANS)
करीब 8 हजार ईसा पूर्व लोग लकड़ी के लट्ठों को आपस में बांधकर उसे इस तरह तैयार करते थे कि उसमें खड़े होकर नदी को पार कर सकें। इससे न सिर्फ उन लोगों को नदी पार करने में मदद मिलती थी, बल्कि वे इसकी सहायता से मछलियों को भी पकड़ते थे।
धीरे-धीरे लकड़ी के लट्ठों को काट-छांटकर उसे नाव का आकार दिया गया। उस दौरान किसी ने सोचा नहीं था कि एक दिन यही नाव ओलंपिक में पानी पर ताकत और तालमेल का खेल बनेगी।
साल 1829 में ऑक्सफोर्ड-कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी बोट रेस का आयोजन हुआ। कैंब्रिज यूनिवर्सिटी ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी को आठ पतवारों वाली नाव के साथ एक मैच में हिस्सा लेने की चुनौती दी थी। इस पहली रेस में ऑक्सफोर्ड ने जीत हासिल की थी।